रेपो रेट: मजबूत आर्थिक विकास दर और उच्च मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने तीन दिवसीय बैठक के अंत में आज रेपो रेट की घोषणा की है। आरबीआई ने लगातार सातवीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। गौरतलब है कि फरवरी, 2023 में रेपो रेट को बढ़ाकर 6.50 फीसदी करने के बाद रिजर्व बैंक ने हर अगली बैठक में ब्याज दर बरकरार रखी है.
इससे पहले तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि 8.40 फीसदी रही थी
2023 की दिसंबर तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि 8.40 प्रतिशत थी, जो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक थी। इसके अलावा फरवरी में महंगाई दर भी उम्मीद से ज्यादा 5.09 फीसदी रही. जो रिजर्व बैंक के 4 फीसदी के लक्ष्य से काफी ज्यादा है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पहले कहा था कि जब तक मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत के आसपास नहीं आ जाती, तब तक रेपो दर में कटौती समय से पहले की जाएगी।