नए वित्त वर्ष के पहले दिन यानी 1 अप्रैल को पावर सेक्टर की कंपनी टोरेंट पावर के शेयरों पर निवेशक टूटते नजर आ रहे हैं। कारोबार के दौरान शेयर 2672 रुपये के स्तर पर पहुंच गया. इस शेयर में तेजी की वजह कंपनी को मिला एक ऑर्डर है. अधिक जानकारी के लिए रिपोर्ट पढ़ें.
ऑर्डर की जानकारी
ज्ञात हो कि टोरेंट पावर को अपनी वितरण शाखा से 150 मेगावाट की पवन सौर हाइब्रिड परियोजना प्राप्त हुई है। फिलहाल, कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि उसे ग्रीनशू ऑप्शन में 150 मेगावाट (आरई पावर) ग्रिड से जुड़े पवन सौर हाइब्रिड प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए टोरेंट पावर लिमिटेड-डिस्ट्रीब्यूशन शाखा से एक ऑर्डर पत्र प्राप्त हुआ है। परियोजना की लागत 1825 करोड़ रुपये है और इसे बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के 24 महीने के भीतर चालू किया जाएगा। अनुबंध की अवधि परियोजना शुरू होने से 25 वर्ष होगी। पवन और सौर ऊर्जा की रेटेड बिजली क्षमता 2:1 के अनुपात में होगी।
यहां बता दें कि 16 मार्च को टोरेंट पावर को 3650 करोड़ रुपये की 300 मेगावाट ग्रिडकनेक्टेड पवन सौर हाइब्रिड परियोजनाओं के लिए टोरेंट पावर लिमिटेड-डिस्ट्रीब्यूशन यूनिट से एलओए प्राप्त हुआ।
कंपनी के बारे में
अहमदाबाद स्थित टोरेंट पावर 25,694 करोड़ रुपये की एकीकृत बिजली उपयोगिता और 37,600 करोड़ रुपये के वार्षिक राजस्व के साथ टोरेंट समूह की प्रमुख कंपनी है। टोरेंट पावर देश में बिजली क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है और बिजली उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण में शामिल है।
स्टॉक पर एक्सपर्ट की राय
12 महीने में स्टॉक 180 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी पर नजर रखने वाले 11 विश्लेषकों में से तीन ने खरीदारी की रेटिंग बरकरार रखी है। जबकि दो लोगों ने होल्ड करने और 6 लोगों ने बेचने की सलाह दी है।