खबर है कि बीजापुर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में कई नक्सली मारे गए हैं. होली के दिन बासागुड़ा में तीन ग्रामीणों की हत्या के बाद नक्सलियों से मिले इनपुट के आधार पर डीआरजी, सीआरपीएफ और कोबरा जवानों की संयुक्त टीम सर्च ऑपरेशन पर निकली थी.
प्लाटून नंबर 10 से नक्सलियों की मुठभेड़ हुई
कांकेर-सुरक्षा-कर्मियों-जिला-रिजर्व-गार्ड-बीएसएफ के तीन-संदिग्ध-संदिग्ध
प्लाटून नंबर 10 से नक्सलियों की मुठभेड़ हुई. मारे गए नक्सलियों के शव और हथियार बरामद कर लिए गए हैं. बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि मुठभेड़ बासागुड़ा थाना क्षेत्र के चिपुरभट्टी इलाके में तालपेरू नदी के किनारे हुई. जवान इलाके की जांच कर रहे हैं. विस्तृत जानकारी शीघ्र ही प्रदान की जाएगी.
बस्तर आईजी सुंदरराज पीए ने छह नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है
बस्तर आईजी सुंदरराज पीए ने छह नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है. इन नक्सलियों में दो महिला नक्सली और चार पुरुष नक्सली शामिल हैं. घटना स्थल से भारी मात्रा में विस्फोटक और नक्सलियों के रोजमर्रा के सामान बरामद किये गये हैं. जवान इलाके की जांच कर रहे हैं.
राज्य के 14 जिलों में नक्सली सत्ता में हैं
छत्तीसगढ़ सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित राज्य है. गृह मंत्रालय के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के 14 जिले-बलरामपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनांदगांव, सुकमा, कबीरधाम और मुंगेली नक्सल प्रभावित हैं। आंकड़ों के मुताबिक पिछले कई दिनों से छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले कम नहीं हो रहे हैं. देखा जाए तो राज्य में हर साल औसतन साढ़े तीन सौ से ज्यादा नक्सली हमले होते हैं। जिसमें हर साल औसतन 45 जवान शहीद होते हैं.
एक साल में 300 से ज्यादा नक्सली हमले
पिछले साल मार्च में लोकसभा में एक सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ में नक्सली हमलों के आंकड़े पेश किये थे. इसके मुताबिक, 2022 में राज्य में 305 नक्सली हमले हुए. इससे पहले सरकार ने संसद को बताया था कि पिछले साल फरवरी 2023 तक (सिर्फ दो महीने में) छत्तीसगढ़ में नक्सली हमलों में 7 जवान शहीद हुए हैं.