देश में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. सातवें और आखिरी चरण में हिमाचल प्रदेश की चार सीटों पर चुनाव होना है. लोकसभा चुनाव के साथ ही राज्य की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की भी घोषणा कर दी गई है. लोकसभा चुनाव से पहले नेता अपनी पार्टी निष्ठा भूलकर दूसरी पार्टियों में शामिल हो रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस से बगावत करने वाले छह बागी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपना वंश बढ़ा दिया है. इसे हिमाचल बीजेपी के ऑपरेशन लोटस की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.
चुनाव से पहले बीजेपी समूह का विस्तार हुआ
दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में छह पूर्व विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली. विधानसभा ने कांग्रेस के बागी नेताओं की सदस्यता रद्द कर दी है. दिल्ली में धर्मशाला से सुधीर शर्मा, सुजानपुर से राजिंदर राणा, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर, बडसर से इंद्रदत्त लखनपाल, गगरेट से चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो भाजपा में शामिल हुए।
इस दौरान बीजेपी के शीर्ष नेता मौजूद रहे
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और हिमाचल भाजपा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल समेत कई अन्य बड़े नेता भी मौजूद रहे. भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए इन नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा जताया है. हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी देश में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे और उनके साथ हिमाचल में भी बीजेपी सरकार बनाएगी. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बढ़ेंगी मुश्किलें कांग्रेस के 6 बागी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए.
कांग्रेस के ये 6 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए
- सुधीर शर्मा- चार बार विधायक, पूर्व मंत्री, धर्मशाला विधायक, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव
- राजेंद्र राणा- हमीरपुर जिले की सुजानपुरा सीट से तीन बार विधायक।
- रवि ठाकुर – लाहौल स्पीति से तीन बार विधायक –
- इंद्र दत्त लखनपाल-हमीरपुर के
- देवेन्द्र भुट्टो – ऊना की बंगाणा
- चैतन्य शर्मा – पेशे से वकील – हिमाचल में सबसे कम उम्र के विधायक।