ओडिशा में बीजेपी और बीजेडी के बीच सहमति नहीं बन पाई

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ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी अकेले दम पर लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ेगी. इससे पहले राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि बीजेपी और बीजेडी गठबंधन कर चुनाव लड़ सकते हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा है कि बीजेपी राज्य की 21 लोकसभा सीटों और 147 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही गठबंधन की चर्चाओं पर पूरी तरह से विराम लग गया है. बीजेपी ने अब राज्य में अकेले दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने एक्स पर लिखा है कि ओडिशा की बीजू जनता दल पार्टी पिछले 10 वर्षों से महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अवसरों पर केंद्र सरकार का समर्थन करती रही है. इसके लिए हम उस पार्टी को धन्यवाद देते हैं. विकसित भारत और विकसित ओडिशा बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी सभी 21 लोकसभा सीटों और सभी 147 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।

ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा सीटों के लिए इस साल चार चरणों में मतदान होना है। चुनाव आयोग के मुताबिक, ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए चार चरणों में 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को मतदान होने जा रहा है। 13 मई को लोकसभा सीटों के साथ-साथ 28 विधानसभा सीटों के लिए भी वोट डाले जाएंगे. 35 विधानसभा सीटों के लिए 20 मई को मतदान होगा. शेष विधानसभा सीटों के लिए 25 मई और 1 जून को मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी.

बता दें कि ओडिशा में बीजेपी का बीजू जनता दल के साथ गठबंधन तय लग रहा था और वैसे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के बीच जिस तरह के रिश्ते हैं उसे देखकर यह तय लग रहा था कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन होगा लेकिन अंदर ही अंदर ऐसी क्या बात पक रही थी कि ये गठबंधन नहीं हो पाया.संभावना सामने आने के बाद ही असली तस्वीर साफ हो पाएगी. बीजेडी के साथ गठबंधन नहीं होने से बीजेपी को 400 सीटों का लक्ष्य पूरा करने में दिक्कत आ सकती है. हालांकि, चुनाव के बाद भी दोनों पार्टियां एक साथ आ सकती हैं।