बदलते मौसम की स्थिति के साथ, कुछ लोगों को अपने हाथों और पैरों की त्वचा छिलने का अनुभव होता है। इसके पीछे का मुख्य कारण अक्सर रूखी त्वचा को माना जाता है। गर्मी के मौसम में कुछ लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है, इस स्थिति को त्वचा का छिलना कहते हैं। इसमें त्वचा की बाहरी परत का झड़ना शामिल है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि त्वचा की बाहरी परत के छिलने के कई कारण होते हैं। त्वचा हमारे शरीर के लिए एक ढाल की तरह काम करती है, जो हमें धूप, हवा, गर्मी और शुष्कता से बचाती है। यह त्वचा को उच्च आर्द्रता के कारण होने वाली जलन से भी बचाता है।
त्वचा छिलने के कारण:
आनुवंशिक कारक, त्वचा की कुछ स्थितियाँ और खतरनाक त्वचा रोग त्वचा के छिलने का कारण बन सकते हैं। इस स्थिति को पीलिंग स्किन सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है।
केमिकल युक्त साबुन या क्रीम के इस्तेमाल से हाथों और पैरों की त्वचा छिल सकती है।
एलर्जी, संक्रमण, फंगल संक्रमण या कैंसर के उपचार के दौरान त्वचा छिल सकती है।
कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव के कारण भी त्वचा छिल सकती है।
एथलीट फुट, सोरायसिस, सनबर्न या आवश्यक पोषक तत्वों की कमी जैसी स्थितियां भी त्वचा के छिलने का कारण बन सकती हैं।
यदि आप ऐसी त्वचा संबंधी समस्याओं का अनुभव कर रहे हैं, तो इन उपायों को आज़माएँ:
अगर आपके हाथों और पैरों की त्वचा छिल रही है तो पहले जांच लें कि कहीं त्वचा बहुत ज्यादा रूखी तो नहीं है, क्योंकि ज्यादा रूखी त्वचा छिलने लगती है। ऐसे में अपने हाथों और पैरों को करीब 10 मिनट तक गर्म पानी में भिगोकर रखें। इससे आपके हाथ-पैर मुलायम और चिकने हो जाएंगे।
ऐसे में आप विटामिन ई तेल से अपने हाथों की मालिश करें। इससे आपके हाथों की चमक तुरंत बढ़ जाएगी और रूखापन दूर हो जाएगा। हाथों में रूखापन और सोरायसिस होने पर एलोवेरा जेल लगाना फायदेमंद साबित होता है। कुछ देर मसाज करें और फिर गर्म पानी से धो लें, इसके बाद ऊपर से नारियल का तेल लगा लें।
नारियल का तेल लगाने से हाथों का रूखापन दूर हो जाता है। ऐसे में 5 मिनट के लिए नारियल का तेल लगाएं।
खूब पानी पियें क्योंकि निर्जलीकरण से शरीर में शुष्कता बढ़ जाती है। इसलिए ऐसे में खुद को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है।