होली का उत्सव पूरे भारत के अधिकांश शहरों में देखा जा सकता है, जिसमें मथुरा-वृंदावन में उत्सव विशेष रूप से विशेष होता है। यहां होली का जश्न महीनों पहले से ही शुरू हो जाता है. रंग और गुलाल के अलावा यहां फूलों से भी होली खेली जाती है और पारंपरिक लट्ठमार होली एक अनूठा स्पर्श जोड़ती है। इस वजह से होली के दौरान यहां देश-विदेश से पर्यटक जुटते हैं। अगर आप भीड़-भाड़ के बारे में सोचकर वहां नहीं जाना चाहते तो इस बार आप राजस्थान ‘ब्रज होली महोत्सव’ का आनंद ले सकते हैं। यह महोत्सव 19 से 21 मार्च तक चलने वाला है.
Braj Holi Festival:
यह महोत्सव डीग, कामां और भरतपुर में आयोजित किया जाएगा. इसकी तैयारियां अभी से ही जोर-शोर से चल रही हैं. हर साल होली से कुछ दिन पहले राजस्थान में दो से तीन दिन तक ब्रज होली का त्योहार मनाया जाता है. इस उत्सव में देश-विदेश से पर्यटक भी भाग लेते हैं।
पर्यटकों के लिए विशेष व्यवस्था:
ब्रज होली महोत्सव में भाग लेकर आप मथुरा-वृंदावन की तरह ही फूलों की होली, लट्ठमार होली और गुलाल होली जैसे होली के अनूठे रूपों का अनुभव कर सकते हैं।
श्री गोपीनाथ जी मंदिर से श्री राधा वल्लभ जी मंदिर तक राजस्थान के स्थानीय कलाकारों द्वारा भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया जायेगा।
विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देखने को मिलेंगे.
आप भव्य आरती और दीप प्रज्वलन का हिस्सा बन सकते हैं.
इसमें कबड्डी, खो-खो और कुश्ती आदि खेल प्रतियोगिताएं होंगी।
आप पगड़ी बांधने और मूंछें बांधने की प्रतियोगिताओं में भी भाग ले सकते हैं।
इसके अलावा पर्यटकों के मनोरंजन के लिए मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिताएं भी होंगी।