सरफराज खान के बाद उनके छोटे भाई मुशीर खान भी कमाल कर रहे हैं. अंडर-19 वर्ल्ड कप 2024 के बाद से चर्चा में चल रहे मुशीर ने रणजी ट्रॉफी में भी शानदार प्रदर्शन किया है. क्वार्टर फाइनल में बड़ौदा के खिलाफ 203 रन की नाबाद पारी खेलने वाले मुशीर ने सेमीफाइनल में भी अर्धशतक लगाया. अब विदर्भ के खिलाफ फाइनल मैच में मुशीर ने पहली पारी में सिर्फ 6 रन बनाए. लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने शानदार शतक लगाया. उन्होंने 136 रनों की शानदार पारी खेली और सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया.
29 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
आपको बता दें कि इससे पहले सचिन तेंदुलकर रणजी ट्रॉफी फाइनल में मुंबई के लिए शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज थे. ये रिकॉर्ड 29 साल तक सचिन के नाम रहा. लेकिन अब सरफराज खान के छोटे भाई मुशीर खान ने महज 19 साल 14 दिन की उम्र में रणजी फाइनल में शतक जड़ दिया. वह अब मुंबई के लिए रणजी फाइनल में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए हैं। खास बात यह थी कि वानखेड़े में मुंबई और विदर्भ के बीच खेले जा रहे फाइनल मैच को देखने के लिए सचिन वहां मौजूद थे. मुशीर ने सचिन के खिलाफ तोड़ा सचिन का रिकॉर्ड
मुंबई की नजरें 42वें खिताब पर हैं
इससे पहले मुंबई ने कुल 41 बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता है. टीम 48वीं बार फाइनल मैच खेल रही है. अब अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में मुंबई की टीम 42वां खिताब जीतने की ओर कदम बढ़ा चुकी है. इस मैच में मुंबई ने तीसरे दिन ही मैच पर पूरी तरह से कब्ज़ा कर लिया है. पहली पारी के आधार पर मुंबई को 119 रनों की बढ़त मिली.
मुंबई के मैच में मजबूत पकड़
इस मैच की बात करें तो मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 224 रन बनाए. जवाब में विदर्भ की टीम 105 रन पर आउट हो गई. इस पारी में धवल कुलकर्णी, शम्स मुलानी और तनुश कोटियन ने 3-3 विकेट लिए। यह धवल कुलकर्णी का आखिरी प्रथम श्रेणी मैच है। दो शुरुआती झटकों के बाद मुंबई ने दूसरी पारी में 119 रनों की बढ़त के साथ शुरुआत की, जिसमें कप्तान रहाणे और मुशीर खान ने शानदार बल्लेबाजी की. मुशीर ने 136 रन, रहाणे ने 73 रन और श्रेयस अय्यर ने 95 रन बनाए. खबर लिखे जाने तक मुंबई का स्कोर 380 के आसपास था और उनकी बढ़त भी 500 के आसपास थी. मैच का तीसरा दिन है और मुंबई की मैच पर पकड़ काफी मजबूत हो गई है. गौरतलब है कि रणजी ट्रॉफी फाइनल पांच दिवसीय फाइनल है, इसलिए नतीजा आना काफी संभव लग रहा है।