भोपाल, 11 मार्च (हि.स.)। जहां नारी शक्ति का सम्मान होता, वहां देवता का निवास होता है। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने यह बात सोमवार को सुरखी विधानसभा क्षेत्र के विकासखंड जैसीनगर में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (वाटरशेड विकास) स्वसहायता समूहों के प्रशिक्षण-सह-उन्मुखीकरण कार्यशाला में कही।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के उपलक्ष्य में सिद्धत्व फाउण्डेशन नागर के द्वारा महिलाओं को उनके स्वस्थ्य परीक्षण एवं स्वरोजगार के प्रति जागरुकता के लिये प्रशिक्षण एवं एडुजी लाईफ जीवन प्रबंधन की पाठशाला भोपाल के द्वारा महिलाओं के लिए विधिक साक्षरता व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्व सहायता समूह की 1000 से अधिक महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ममता तिमोरे के मार्गदर्शन में कराया गया एवं परीक्षण के उपरांत निःशुल्क दवा का वितरण भी किया गया।
खाद मंत्री राजपूत ने कहा कि हम सबको नारी शक्ति का सम्मान करना चाहिए। प्रदेश सरकार लगातार महिलाओं के उत्थान एवं उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास कर रही है। इसी प्रयास के परिप्रेक्ष्य में स्व-सहायता समूह को 11 करोड़ रुपये उन्हें व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए स्वीकृत किये गये हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्व-सहायता समूहों को आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
मंत्री राजपूत ने कहा कि जब हमारे घर परिवार की महिलाएं सशक्त होंगी तो पूरा परिवार एवं समाज सशक्त होगा और देश आगे बढ़ेगा। महिलाओं के सशक्तिकरण से पीढ़ियां सुधर जाती हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही महिलाओं की आंखों की निःशुल्क जांच एवं मोतियाबिंद के ऑपरेशन भी कराए जाएंगे। साथ में निःशुल्क चश्मा का वितरण भी होगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने कहा कि सुरखी विधानसभा क्षेत्र सहित संपूर्ण मध्य प्रदेश में नारी शक्ति के सम्मान में मध्यप्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा नारी सशक्तिकरण एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाएं प्रारंभ की गयी हैं।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत, जिला पंचायत सागर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पी.सी. शर्मा, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं स्व-सहायता समूह की महिलाएं-बहनें मौजूद थीं।