धमतरी, 11 मार्च (हि.स.)।नगर निगम की बैठक न होने से बिफरे भाजपाई पार्षदों ने सोमवार 11 मार्च को नगर निगम कार्यालय के सामने नगाड़ा बजाकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपाई पार्षदों का कहना है कि साल भर से नगर निगम की बैठक नहीं हुई है। बार-बार इस संबंध में ध्यान दिलाए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही, अब जाकर महापौर और सभापति द्वारा बैठक के लिए तिथि भी तय की गई है तो वो भी संभावित आचार संहिता के बीच। ऐसा महसूस होता है कि यह तिथि बैठक से पलायन करने के उद्देश्य ही तय की गई है।
संभावित आचार संहिता को देखते हुए बजट बैठक से पलायन करने की मंशा रखकर 28 मार्च की तिथि तय करने का आरोप लगाते हुए 11 मार्च को निगम कार्यालय के सामने भाजपाई पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने ढोल, नगाड़ा और मंजीरा बजाकर अनूठा प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने रामधुनी गाते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचकर सभापति को बर्खास्त करने के लिए राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। बजट बैठक के आयोजन और आठ करोड़ के अप्रारंभ कार्य को लेकर नगर निगम में भाजपाई पार्षदों ने प्रदर्शन कर ‘महापौर जगाओ’ राम संकीर्तन कार्यक्रम कर ढोल, नगाड़ा बजाया।
शांतिपूर्ण हुए संगीतमय प्रदर्शन के बाद भाजपाई पार्षदों ने रामधुनी गाते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचकर नायब तहसीलदार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया कि सभापति को पद से बर्खास्त किया जाए। पिछले चार वर्षों में चार बैठक आयोजित हुई है। चुने हुए जनप्रतिनिधियों के अधिकार का हनन किया गया है। पिछले बजट में महापौर विजय देवांगन बैठक छोड़कर चले गये। एक वर्ष बाद भी बैठक नहीं हुई। संभावित चुनाव के दौरान महापौर के दबाव में सभापति द्वारा अपने संवैधानिक कर्तव्य का पालन न करते हुए बैठक की तिथि निर्धारित की है। इसलिए उनका निष्पक्षता और निगम के हित के दृष्टिकोण से सभापति को पद में बने रहना उचित नहीं है। दूसरे ज्ञापन में नगर निगम की बजट बैठक संपन्न कराने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त से विशेष अनुमति प्रदान करने की मांग की है। ताकि धमतरी के हित में महापौर को बजट बैठक संपन्न कराने के लिए समय दिया जाये।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि महापौर को सद्बुद्धि दिलाने के लिए आये हैं। क्योंकि उन्हें विकास से कोई मतलब नहीं है। महापौर और सभापति में सामंजस्य नहीं है। पूर्व सभापति राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि निगम में बैठक न करने तथा गैरवाजिब कार्य हेतु महापौर, सभापति अनावश्यक दबाव बनाते हैं। प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष नरेन्द्र रोहरा, भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष विजय साहू, पार्षद श्यामा साहू, धनीराम सोनकर, दीपक गजेन्द्र, प्राची सोनी, नीलू डागा, श्यामलाल नेताम, अज्जू देशलहरे, मिथलेश सिन्हा, हेमंत बंजारे, भाजयुमो जिलाध्यक्ष कैलाश सोनकर, सूरज शर्मा, गोपाल साहू, राजू चंद्राकर, राजेन्द्र कुमार, बाबूलाल साहू, नेतराम पाड़े समेत अन्य लोग मौजूद थे।
भाजपाईयों को बैठक से कोई मतलब नहीं: विजय देवांगन
महापौर विजय देवांगन ने भाजपाई पार्षदों के प्रदर्शन को नौटंकी करार देते हुए कहा कि उन्हें निगम की बैठक से कोई मतलब नहीं है। क्योंकि जब भी बैठक हुई है हल्ला गुल्ला कर बैठक छोड़कर भाग जाते हैं। उनका प्रदर्शन बेतुका है। वे केवल झूठ बोलते हैं। पहले भी उन्होंने पैसा वापस चले जाने का ढिंढोरा पीटा, पर ऐसा नहीं हुआ है। विकास कार्यों के लिए विपक्ष खुद रोड़ा बनकर विकास कार्यों को निरस्त करवा रहे हैं। शहर की जनता भाजपा पार्षदों के प्रदर्शन से परिचित है। प्रदेश में इनकी सरकार है, चाहे तो जांच करा लें। प्रदर्शन केवल उनकी आपसी प्रतिस्पर्धा है। पार्टी के सामने अपना नंबर बढ़ाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। भाजपाई पार्षदों में ही एक दूसरे को नीचा दिखाकर आगे बढ़ने की प्रतिस्पर्धा चल रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने निर्वाचन आयोग से समय की मांग की है। अच्छी बात है समय ले आएं। हम बैठक कराने सहमत हैं।
पूरी निष्ठा के साथ जनता की सेवा के लिए कार्य कर रहा हूं : अनुराग मसीह
नगर निगम के सभापति अनुराग मसीह ने अपने ऊपर लगे आरोप को गलत ठहराते हुए कहा कि उन्होंने पूरी निष्ठा के साथ जनता की सेवा में सदैव आगे रहकर कार्य किया है। बैठक की तिथि संविधान के नियमानुसार तय की गई है। जैसे ही मेरे तक फाईल पहुंची वैसे ही तत्काल हस्ताक्षर कर बैठक का समय घोषित किया। उन्होंने कहा कि निगम में सामान्य सभा की बैठक संविधान के हिसाब से चलती है।