श्रीनगर, 9 मार्च (हि.स.)। शिवसेना (यूबीटी) जम्मू-कश्मीर ईकाई ने पहले अधिकार फिर सरकार अभियान के तहत शनिवार को श्रीनगर के रंगपुरा, इलाहीबाग इलाके मे जनसभा का आयोजन कर जनता से संवाद साधा। इस मौके पर दर्जनों लोगों ने शिवसेना का दामन थामा।
पार्टी प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने अपने संबोधन में कहा कि पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के निरस्तीकरण के साथ केन्द्र शासित प्रदेश बना हमारी पहचान मिटाने की साजिशें रची गई हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि बाहरी लोग आकर हमारे व्यापार, रोजगार और संसाधनों पर कब्जा जमाएं।
साहनी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन पर आवाम को जल्द राज्य का दर्जा लौटाने, अमन बहाली, आंतकवाद के सफाए, कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित घर वापसी समेत विकास, रोजगार, बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा के बढ़-चढ़कर कर वादे किए गए थे। लगभग साढ़े चार साल का लम्बा अंतराल बीतने के बावजूद भी तमाम वादे जमीनी स्तर पर खोखले साबित हुए हैं। साहनी ने कहा कि लोकसभा चुनावों में जनता के पास बेहतर मौका है कि वादाखिलाफी और विश्वासघात करने वालों को सबक सिखाएं।
इस मौके पर पार्टी की नीतियों व विचारों से प्रभावित होकर करीब 50 स्थानीय लोगों ने शिवसेना का दामन थामा। पार्टी में शामिल हुए स्थानीय निवासी मुहम्मद रमजान को सैंटर इंचार्ज कश्मीर संभाग के पद पर नियुक्त किया। इस मौके पर उपस्थित अध्यक्ष महिला विंग मिनाक्षी छिब्बर, महासचिव विकास बख्शी, अध्यक्ष कश्मीर संभाग बशीर मलिक, अध्यक्ष कामगार राज सिंह, बशीर अहमद ने पार्टी में शामिल हुए सदस्यों का शिव बंधन व निशान के साथ स्वागत किया।
अपने तय कार्यक्रम के अनुसार मीडिया से बातचीत करने के लिए श्रीनगर प्रैस क्लब पहुंचे पार्टी नेताओं को मीडिया से बात करने की अनुमति नहीं दी गई। उन्हें हिरासत में लेकर कोठीबाग थाने लाया गया और करीब एक घंटे के बाद उन्हें रिहा कर जम्मू की तरफ जाने को कहा गया। इस मौके पर शशिपाल, मंगू राम समेत मंजूर अहमद, इमरान अकबर, मोहम्मद मीर, दिलशाद बेगम, रशीदा बेगम, गुलजार अहमद, मुहम्मद रफीक, जावेद अहमद, खुर्शीद अहमद समेत कई नेता व कार्यकर्ता उपस्थित हुए।