प्रयागराज, 08 मार्च (हि.स.)। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर जय शिव सेना भारत द्वारा पूरी भव्यता के साथ पूज्यपाद वेद रक्षित धर्म गुरू त्रिशूल भगवान की 37वीं दर्शन शोभायात्रा निकाली गयी।
मुख्य अतिथि महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि वेदरक्षित धर्म गुरू त्रिशूल भगवान के माध्यम से जय शिव सेना ने सामाजिक समरसता बहुत आगे बढ़ाया है। घात प्रतिघात करने वाले को अन्य शक्तियों का सम्मान करना भी आ गया। आने वाली पीढ़ी जागरूक हो गयी है और अपने राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य समझती है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ओंकार नाथ त्रिपाठी ने कहा कि भय व लोभ के कारण सनातन धर्म का एक बड़े हिस्से ने अपना धर्म बदल लिया था। किन्तु अब सच्चाई जानने के बाद सब वापस सनातन धर्म स्वीकार कर रहे हैं। इस अवसर पर जय शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओंकार नाथ त्रिपाठी, राष्ट्रीय संयोजक विजय मेहरोत्रा एवं वरिष्ठ पदाधिकारी दिगम्बर त्रिपाठी, राष्ट्रीय मंत्री राजेश केसरवानी, प्रदेश प्रमुख अभिषेक ठाकुर एवं प्रदेश महामंत्री श्रीमती दुर्गेश नन्दिनी ने महापौर गणेश केसरवानी को एक तलवार भेंट कर सम्मानित किया।
त्रिशूल भगवान की दर्शन शोभा यात्रा में मोहनजी टण्डन, सन्तोष अग्रहरि, अभिलाष क्रान्ति, अभिषेक ठाकुर, रजत सोनकर, साहिल अरोरा, सभासद बिरजू सोनकर, पूनम सोनकर, शुभम सोनकर, मोनू सेठ, विशाल साहनी, अभिलाष केसरवानी, विजय वैश्य, सन्तोष अग्रहरि, अजय अग्रहरि, शत्रुध्न जायसवाल, रानी केसरवानी, रोशनी अग्रवाल आदि ने त्रिशूल भगवान की भव्य झांकिया निकाली।
प्रमुख रूप से बब्बन सिंह, नटवर लाल, चन्द्रसेन शर्मा, अजय चौरसिया, अनूप केसरवानी, अनूप वर्मा, प्रशान्त शर्मा, सुधीर गेठे, राम सजीवन कुशवाहा, उप महापौर सुनीता दरबारी आदि सम्मिलित रहे। संचालन दुर्गेश नन्दिनी एवं पूजा प्रार्थना महंत दिगम्बर त्रिपाठी ने किया।