नई दिल्ली, 07 मार्च (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कोर्ट द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सात विधायकों के निलंबन रद्द करने के लिए आभार प्रकट किया। गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफा मांगा।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि अबतक की राजनीतिक करियर में अरविंद केजरीवाल सरकार सबसे भ्रष्ट सरकार साबित हुई है। उन्होंने कहा कि विधानसभा नियमों को ताक पर रखकर चलाया जाता है और पिछले चार साल में विपक्ष के किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं कराई गई है और जब हम इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं तो हमें मार्शल आउट कर दिया जाता है।
विजेंद्र गुप्ता ने केस से संबंधित सभी तथ्यों को रखा और कहा कि आज भाजपा विधायक दल एक विजेता के रूप में सबके सामने है। जिस तरह से अपनी हिटलर शाही, अराजकता और मनमाने ढंग से विधानसभा को स्पीकर और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने चलाया है हाई कोर्ट ने उनको इस फैसले से आइना दिखाया है। उन्होंने कहा कि सदन में हमारे विधायकों को बैठने नहीं दिया जाता। आज सदन एक घंटा भी नहीं चला मतलब चलते सदन में आज का दिन पूरी तरह से सदन का स्थगित होना, दिल्ली के इतिहास में पहली बार हुआ है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ईडी और सीबीआई से बचने के लिए सदन को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि विजेंद्र गुप्ता, अजय कुमार महावर, अनिल कुमार बाजपेयी, ओम प्रकाश शर्मा, जितेंद्र महाजन, मोहन सिंह बिष्ट और अभय वर्मा को सदन से निलंबित किया गया था। विधायकों ने निलंबन के खिलाफ पिछले महीने हाईकोर्ट में अपील की थी। 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के आठ विधायक हैं।