दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय और बजट राशि दोनों बढ़ रही है तो राजस्व कैसे घट रहा है: वीरेंद्र सचदेवा

नई दिल्ली, 4 मार्च (हि.स.)। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि 2015 के बजट के बाद से अरविंद केजरीवाल सरकार देश में सबसे अच्छे बजट में से एक पेश करने का दावा कर रही है लेकिन राजधानी का राजस्व लगातार घट रहा है। सचदेवा ने कहा है कि हम सभी जानते हैं कि बजट 2024 केजरीवाल सरकार का आखिरी चुनावी बजट है और उन्होंने बजट को रामराज्य बजट कहकर गैलरी में खेलने की कोशिश की है, हालांकि इसमें लोगों के लिए कुछ भी नया नहीं है ।

दिल्ली के बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते उन्होंने कहा कि एक तरफ दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी का दावा किया है लेकिन दूसरी तरफ उनके द्वारा दिखाए गए बजट आंकड़ों में अनुमानित राजस्व संग्रह में भारी कमी देखी गई है। पिछले साल दिल्ली का कुल बजट रु. 73760 करोड़ रुपये का था एवं राजस्व 63374 करोड़ था लेकिन इस साल बजट कुल रु. 76000 करोड़ का है लेकिन अनुमानित राजस्व घटकर रु. 58700 करोड़ रह गया है।

सचदेवा ने कहा है कि बजट दर बजट सरकार 98 प्रतिशत अनधिकृत कॉलोनियों में पानी और सीवरेज पाइप लाइन बिछाने के नवीनतम दावों के साथ दिल्ली जल बोर्ड में धन डालती रहती है जबकि जमीनी हकीकत यह है कि 75 प्रतिशत से अधिक अनधिकृत कॉलोनियां अभी भी शौचालय अपशिष्ट निपटान के लिए सेप्टिक टैंकों पर पेयजल के लिए टैंकरों पर निर्भर हैं। पिछले 9 वर्षों के दौरान 78000 करोड़ रुपये का गबन जलबोर्ड में हुआ है।

दिल्ली के राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत इसके बाजार और व्यापारी हैं और दो साल पहले केजरीवाल सरकार ने 5 बाजारों के विकास के लिए 200 करोड़ रुपये निवेश करने की बजट घोषणा की थी लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। पिछले साल दिल्ली सरकार के बजट में मोहल्ला बसें लाने की बात कही गई थी लेकिन एक साल बाद एक भी मोहल्ला बस नहीं आई है।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने इस साल स्वास्थ्य और शिक्षा पर बजट आवंटन कम कर दिया है। बजट में नए स्कूल या अस्पताल लाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि बजट 2024 एक राजनीतिक बजट है, जो दिल्ली की सभी महिलाओं को 1000 प्रति माह देने की घोषणा लाया है लेकिन सरकार यह बताने में विफल रही है कि पिछले 4 वर्षों से वरिष्ठ नागरिकों और विकलांगों को पेंशन क्यों नहीं दे रही है। सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली सरकार को दिल्ली वासियों को गुमराह करना बंद कर देना चाहिए और दिल्ली के विकास पर ध्यान देना चाहिए।