नई दिल्ली: दिल्ली के उपभोक्ताओं को इस वित्तीय वर्ष में भी मुफ्त बिजली योजना का लाभ मिलता रहेगा। वर्तमान में 40.22 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ता दिल्ली सरकार की बिजली सब्सिडी का लाभ उठा रहे हैं। बजट में इस योजना को जारी रखने का ऐलान किया गया है.
इस वित्तीय वर्ष में बिजली क्षेत्र के लिए 3353 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है. यह पिछले साल से पांच करोड़ ज्यादा है. वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि साल 2014 तक आठ घंटे बिजली कटौती होती थी. लोगों के घर भारी भरकम बिल आते थे. अब स्थिति बदल गई है.
दिल्ली में बेहतर बिजली का बुनियादी ढांचा
दिल्लीवासियों को 24 घंटे बिजली मिल रही है. पिछले नौ वर्षों में अधिकतम बिजली की मांग 5800 मेगावाट से बढ़कर 7438 मेगावाट हो गई है, लेकिन बिजली में कोई कमी नहीं आई है।
यहां 22 लाख से ज्यादा घरों को जीरो बिजली बिल मिलता है। सस्ती बिजली होने के बावजूद दिल्ली में बिजली का बुनियादी ढांचा बेहतर है। यही कारण है कि देश की तीन सबसे अच्छी बिजली वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) दिल्ली से हैं।
30 प्रतिशत बिजली हरित ऊर्जा संयंत्रों से
दिल्ली में बिजली की उपलब्धता बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण का भी ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए हरित ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। वर्तमान में, राजधानी में 30 प्रतिशत बिजली आपूर्ति हरित और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से आती है। वर्तमान में दिल्ली में 255 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये गये हैं।
दिल्ली में 1280 सरकारी भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं। इस वर्ष सभी सरकारी भवनों में यह सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। दिल्ली सरकार ने 2027 तक कुल बिजली आपूर्ति का 25 प्रतिशत या 4500 मेगावाट हरित ऊर्जा से प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है।