ग्रेटर नोएडा, 4 मार्च (हि.स.)। वीवीआईपी उत्तर प्रदेश ने रविवार रात इंडियन वेटरन प्रीमियर लीग (आईवीपीएल) के पहले सीजन का खिताब जीत लिया है। ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले गए धमाकेदार फाइनल मुकाबले में उत्तर प्रदेश ने मुंबई चैंपियंस को 6 विकेट से मात दी।
उत्तर प्रदेश के लिए पवन नेगी ने अपना फॉर्म जारी रखा और फाइनल में भी टीम की जीत के हीरो बने। पवन नेगी ने सीजन का तीसरा शतक ठोका और नाबाद 105 रन की पारी खेली।
बता दें इस मैच में करीब 5 ओवर का खेल हुआ था फिर बारिश ने खलल डाला था। करीब डेढ़ घंटे तक मुकाबला रुका रहा। इसके बाद 9 बजकर 5 मिनट पर दोबारा मुकाबला शुरू हुआ और ओवर्स की कटौती नहीं हुई।
इस मैच में पहले खेलने उतरी मुंबई चैंपियंस की टीम ने शानदार बल्लेबाजी की और स्कोरबोर्ड पर निर्धारित 20 ओवर में 214 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। फिल मस्टर्ड और पीटर ट्रेगो ने मुंबई के लिए शानदार अर्धशतकीय पारियां खेली।
कप्तान मस्टर्ड ने 45 गेंद पर 76 रन बनाए और पारी में 8 चौके व 3 छक्के जड़े। उनके अलावा ट्रेगो ने 33 गेंदों पर नाबाद 57 रन बनाए और टीम का स्कोर 210 पार पहुंचाया। इन दोनों के अलावा अभिषेक झुनझुनवाला ने 23 गेंद पर 36 रन और रजत सिंह ने 12 गेंद पर 18 रन की पारी खेली।
यूपी की तरफ से पर्पल कैप होल्डर क्रिस्टोफर एंपोफू ने 3 विकेट अपने नाम किए। वहीं पवन नेगी को एक सफलता मिली। पारी के टॉप स्कोरर मस्टर्ड दुर्भाग्यशाली रहे और रन आउट हो गए।
जवाब में 215 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वीवीआईपी उत्तर प्रदेश को पहले ओवर की दूसरी गेंद पर ही झटका लग गया, जब रोहित प्रकाश आउट हुए, फिर अंशुल कपूर भी जल्दी आउट हुए और 3 ओवर में यूपी ने 2 विकेट खोकर 37 रन बनाए।
यहां से उम्मीदें थी कि कप्तान सुरेश रैना ऑरेंज कैप होल्डर पवन नेगी के साथ टीम को आगे ले जाएंगे, लेकिन 45 के स्कोर पर टीम को सबसे बड़ा झटका सुरेश रैना के रूप में लगा। अभिषेक झुनझुनवाला ने 9 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर उन्हें आउट कर दिया।
यहां से 6 ओवर के बाद टीम का स्कोर 61 रन पर 3 विकेट था। इन फॉर्म पवन नेगी क्रीज पर मौजूद रहे और उन्होंने एक बार फिर मोर्चा संभाला। परविंदर सिंह ने भी नेगी का बखूबी साथ निभाया और चौथे विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी की।
परविंदर 51 रन बनाकर आउट हुए और 158 के स्कोर पर 15वें ओवर में मुंबई को चौथी सफलता मिली। हालांकि दूसरे छोर पर नेगी टिके रहे और टीम को जीत तक ले गए। उत्तर प्रदेश ने यह 19.2 ओवर में 214 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया और 23 फरवरी से शुरू हुआ आईवीपीएल के पहले संस्करण का खिताब अपने नाम किया।