जयपुर, 12 जुलाई (हि.स.)। उत्तर पश्चिम रेलवे विद्युत विभाग द्वारा आधारभूत परियोजनाओं और यात्रियों की सुविधा के लिए निरंतर कार्य किये जा रहें हैँ। रेलवे पर पर्यावरण अनूकुल रेल संचालन के लिए ब्रॉडगेज लाइनों का विद्युतीकरण का कार्य तीव्र गति के साथ किया जा रहा है। साथ ही यात्रियों की सुविधा हेतु लिफ्ट एवं एस्कलेटर भी लगाए जा रहें हैँ।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार महाप्रबन्धक अमिताभ के कुशल दिशा-निर्देशन में उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेल विद्युतीकरण के कार्य तीव्र गति से किए जा रहे है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर अभी तक 5248 रुट किलोमीटर ब्राडगेज लाइनों का विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जो उत्तर पश्चिम रेलवे के ब्रॉडगेज नेटवर्क का लगभग 95 प्रतिशत है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर 320 रेलसेवाएं विद्युत ट्रैक्शन पर संचालित की जा रही है। साथ ही जून माह में उत्तर पश्चिम रेलवे के भगत की कोठी, जोधपुर शेड को नये 11 विधुत लोकोमोटिव के आवंटन से अब तक कुल 125 नवीनतम तकनीकी युक्त 3 फेज विद्युत लोकोमोटिव का आवंटन किया जा चुका है।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर जून माह में बीकानेर मंडल के सरूपसर -अनूपगढ़ (51 किमी) एवं जोधपुर मंडल के आशापुरा गोमट- जैसलमेर (104 किमी) रेल खंड सहित इस वर्ष कुल 155 रुट किलोमीटर रेलमार्ग का विद्युतीकरण पूर्ण किया गया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर जून माह में 4 ट्रेनों का संचालन डीजल ट्रैक्शन से इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर बदला गया है, एवं अब तक कुल 320 रेल सेवाओं का संचालन इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा के क्रम में उत्तर पश्चिम रेलवे पर जून माह में मेड़ता रोड स्टेशन पर 02 लिफ्ट लगाई गई है। इसी के साथ उत्तर पश्चिम रेलवे पर 28 लिफ्ट एवं 43 एस्कलेटर स्थापित कर दिए गये हैं।
उत्तर पश्चिम रेलवे यात्रियों की सुविधाओं के लिए कृत संकल्पित हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे पर सभी रेलमार्गों के विद्युतीकरण होने से ट्रेनों की रफ़्तार बढ़ेगी जिससे यात्रा समय में बचत होगी साथ ही डीजल की जगह बिजली के प्रयोग से पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा व राजस्व में भी बचत होगी।