7वें वेतन आयोग के तहत सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में महंगाई भत्ता (DA) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। महंगाई बढ़ने के साथ, सरकार कर्मचारियों की बेसिक सैलरी पर अतिरिक्त राशि के रूप में DA देती है। हाल ही में इसमें 53% की वृद्धि की गई है, जिससे सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा बदलाव होने की संभावना है।
महंगाई भत्ता कितना बढ़ा है?
- पिछले वर्ष की स्थिति:
- पिछले साल दिवाली से पहले सरकार ने DA में 3% की वृद्धि की थी।
- इससे पहले मार्च 2024 में DA में 4% का इजाफा हुआ था।
- वर्तमान वृद्धि:
- DA पहले 46% था, जो अब बढ़कर 53% हो गया है।
- यह वृद्धि सीधे तौर पर कर्मचारियों की सैलरी पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।
महंगाई भत्ता बेसिक सैलरी में होगा शामिल?
अक्टूबर 2023 में DA को 3% बढ़ाकर 50% से 53% किया गया। इसके बाद चर्चा शुरू हुई कि DA को बेसिक सैलरी में जोड़ा जा सकता है।
- सैलरी में बदलाव की संभावना:
- यदि DA को बेसिक सैलरी में मर्ज किया गया, तो सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा बदलाव होगा।
- इससे अन्य भत्तों और सेवाओं पर भी असर पड़ेगा।
DA मर्ज क्यों हो सकता है?
DA के 50% से अधिक होने के बाद इसे बेसिक सैलरी में शामिल करने की परंपरा रही है।
- इतिहास में पहले भी मर्ज हुआ:
- 2004 में DA को 50% से अधिक होने पर बेसिक सैलरी में मर्ज किया गया था।
- छठे वेतन आयोग के समय भी यह चर्चा हुई थी।
- वर्तमान चर्चा:
- केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि DA को बेसिक सैलरी में मर्ज करने पर विचार किया जा रहा है।
- हालांकि, सरकार ने अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है।
सैलरी प्रणाली में बदलाव का असर
अगर DA को बेसिक सैलरी में मर्ज किया जाता है, तो सैलरी संरचना में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
- वर्तमान सैलरी संरचना:
- 7वें वेतन आयोग के अनुसार न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है।
- इस पर 53% महंगाई भत्ता मिलता है।
- मर्ज होने के बाद:
- मर्ज किए जाने पर मूल सैलरी में वृद्धि होगी।
- इससे भविष्य में मिलने वाले भत्तों, पेंशन, और ग्रेच्युटी पर भी असर पड़ेगा।
पहले मर्ज का अनुभव
- 2004 में DA को 50% से अधिक होने पर बेसिक सैलरी में मर्ज किया गया था।
- हालांकि, बाद में इन नियमों में बदलाव किया गया।
सैलरी में मर्ज का लाभ
- बेसिक सैलरी में वृद्धि:
- DA मर्ज होने से कर्मचारियों की मूल सैलरी बढ़ जाएगी।
- पेंशन और ग्रेच्युटी पर असर:
- बढ़ी हुई बेसिक सैलरी से पेंशन और अन्य सेवाओं का लाभ अधिक मिलेगा।
- भविष्य के भत्तों पर सकारात्मक प्रभाव:
- बढ़ी हुई सैलरी के आधार पर अन्य भत्तों में भी वृद्धि होगी।