नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि चीन के साथ सीमा विवाद, खासकर सैनिकों की वापसी को लेकर 75 फीसदी समस्याओं का समाधान हो चुका है. हालाँकि, दोनों देशों को अभी भी कुछ काम करना बाकी है। उन्होंने कहा कि गलवान घाट सहित लद्दाख सीमा पर चार क्षेत्रों से सैनिकों को वापस बुलाने में प्रगति हुई है।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की बैठक के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच बातचीत हुई. जिसमें दोनों देशों के बीच सैनिकों को वापस बुलाने में दिख रही सफलता को केंद्र में रखा गया. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग से दोनों देशों के बीच लद्दाख सीमा पर चार साल से चल रहे विवाद के बारे में पूछा गया था. जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल सीमा पर हालात सामान्य हैं. दोनों देशों ने लद्दाख के चार इलाकों से सेनाएं हटाने का फैसला किया है, जिसमें प्रगति देखी जा रही है.
साल 2020 में लद्दाख के पास गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच भारी झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. उस वक्त जयशंकर ने कहा था कि चीन ने एलएसी पर बड़ी संख्या में सैनिक लाकर कई समझौतों का उल्लंघन किया है. अब विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हमने कुछ प्रगति की है, खासकर सैनिकों की वापसी के मामले में दोनों देश आगे बढ़े हैं. इनमें से 75 प्रतिशत समस्याओं का समाधान हो चुका है। विदेश मंत्री फिलहाल 12 से 13 सितंबर तक दो दिनों के लिए स्विट्जरलैंड के दौरे पर हैं। उन्होंने यहां सुरक्षा नीति पर चर्चा के दौरान इस मुद्दे पर बात की.