राजस्थान के रेलवे नेटवर्क में नए साल की शुरुआत में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। राज्य में 69 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा। खाटूश्यामजी और रींगस सहित जयपुर मंडल के 10 प्रमुख स्टेशनों पर आधुनिक सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
रेलवे के विकास की नई योजना: क्या है खास?
रेलवे प्रशासन ने स्टेशन रिडेवलपमेंट स्कीम और अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत राजस्थान के छोटे और बड़े रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने की योजना बनाई है।
- बड़े और छोटे स्टेशनों का कायाकल्प: अब सिर्फ बड़े रेलवे स्टेशन ही नहीं, बल्कि छोटे रोडसाइड स्टेशनों पर भी विकास कार्य होंगे।
- खाटूश्यामजी में पहली बार रेलवे स्टेशन: रींगस के पास स्थित खाटूश्यामजी में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नया रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा।
- जयपुर मंडल के 10 स्टेशन: जयपुर, सवाई माधोपुर, शिवदासपुरा, वनस्थली निवाई सहित 10 प्रमुख स्टेशनों का भी उन्नयन किया जाएगा।
रेलवे बोर्ड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर वीणा कुमार वर्मा और डायरेक्टर ट्रांसफॉर्मेशन अंबर प्रताप सिंह ने इस योजना के लिए सभी ज़ोनल रेलवे को निर्देश जारी किए हैं।
69 रेलवे स्टेशनों पर कौन-कौन से कार्य होंगे?
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
प्रमुख विकास कार्य:
- स्टेशन मास्टर ऑफिस: हर स्टेशन पर अधिक जगह के साथ आधुनिक स्टेशन मास्टर ऑफिस का निर्माण।
- मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग: बेसमेंट, ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर वाली आधुनिक बिल्डिंग्स का निर्माण।
- विशेष यात्री सुविधाएं: वेटिंग एरिया, टिकट काउंटर, कॉन्कोर्स कम बुकिंग हॉल।
- सुरक्षा और सुविधा: महिला और पुरुष कर्मचारियों के लिए अलग-अलग रेस्ट रूम।
- हाई-टेक ऑपरेशन सेंटर: स्टेशन मास्टर पैनल रूम में एयर कंडीशनिंग और आधुनिक उपकरण।
वित्तीय योजना:
- प्रत्येक स्टेशन के विकास पर 4 से 4.50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
- इन सभी 69 रेलवे स्टेशनों के विकास कार्यों की मॉनिटरिंग उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ, सीएओ वेद प्रकाश और प्रिंसिपल सीई जीएल गोयल द्वारा की जा रही है।
खाटूश्यामजी स्टेशन: तीर्थयात्रियों के लिए बड़ा तोहफा
यह पहली बार होगा जब खाटूश्यामजी में एक अलग रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा।
- यह स्टेशन सीकर लाइन पर स्थित रींगस के पास विकसित किया जाएगा।
- तीर्थयात्रियों के लिए रेलवे यात्रा और अधिक सुविधाजनक होगी।
छोटे रेलवे स्टेशनों का भी होगा विकास
रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण ने बताया कि छोटे रेलवे स्टेशनों के विकास पर भी पूरा ध्यान दिया जाएगा।
- स्टेशन मास्टर ऑफिस का विस्तार: छोटे स्टेशनों पर अब अधिक जगह के साथ आधुनिक सुविधाओं से लैस ऑफिस बनाए जाएंगे।
- यात्री सुविधाएं: प्रतीक्षालय, मॉड्यूलर टॉयलेट, वेटिंग एरिया और बेहतर कनेक्टिविटी।
- टिकटिंग काउंटर: पीआरएस-यूटीएस काउंटर का निर्माण।
- सुरक्षा: बेहतर लाइटिंग और सीसीटीवी कैमरों की सुविधा।
रेलवे स्टेशनों पर विकसित होने वाले नए सेक्शन
- प्रवेश द्वार: दोनों ओर यात्रियों की सुगम एंट्री और एग्जिट।
- स्टेशन मास्टर रूम: स्टेशन मास्टर के लिए एसी सुविधा और मॉडर्न उपकरण।
- टिकटिंग: डिजिटल टिकटिंग काउंटर।
- वेटिंग एरिया: आरामदायक बैठने की सुविधा।
- टॉयलेट: हाईजीनिक मॉड्यूलर टॉयलेट।
परियोजना की मॉनिटरिंग और समय सीमा
- इस महत्वाकांक्षी योजना की मॉनिटरिंग के लिए डीके पांडे को चीफ इंजीनियर (स्टेशन डेवलपमेंट) नियुक्त किया गया है।
- निर्माण कार्य 2025 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य।