देश के उत्तरी हिस्सों में लू और भीषण गर्मी का दौर लगातार जारी है. वहीं दूसरी ओर नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में भारी बारिश हो रही है. पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से उत्तरी सिक्किम के कई इलाकों को भारी नुकसान हुआ है. भूस्खलन और बाढ़ में सैकड़ों घर और कई सड़कें बह गईं हैं. अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है.
सबसे ज्यादा नुकसान सिक्किम के मंगन जिले में हुआ है. पिछले साल 4 अक्टूबर को बाढ़ के बाद बनाया गया संगकलांग पुल भी एक दिन में 220 मिमी से अधिक बारिश के कारण गुरुवार दोपहर को ढह गया। इसके चलते जोंगू, चुंगथांग, लाचेन और लाचुंग से संपर्क टूट गया है. इन इलाकों में अब न तो फोन कनेक्टिविटी है और न ही सड़कें। बिजली के खंभे भी बह गये हैं.
सिक्किम में राहत और बचाव में लगे आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि पर्यटक स्थल लाचुंग और चुंगथांग में करीब 2 हजार पर्यटक फंसे हुए हैं. अब उन्हें हेलीकॉप्टर से बचाया जा सकता है, लेकिन हेलीकॉप्टर का उड़ना फिलहाल संभव नहीं है.
उधर, दक्षिण सिक्किम में तीस्ता नदी पूरे उफान पर है. इससे कई घर बह गये हैं. पिछले साल उत्तरी सिक्किम में हिमनाद झील के फटने से अचानक आई बाढ़ में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.