चंडीगढ़, 5 जुलाई (हि.स.)। ऊर्जा विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव आईएएस ए.के. सिंह ने कहा कि अब तक हरियाणा के 3.5 लाख घरों ने प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत पंजीकरण कराया है और हरियाणा बिजली विभाग 2030 तक 5 लाख घरों पर सोलर रूफ टॉप लगाएगा। वह पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा चंडीगढ़ स्थित पीएचडी हाउस में हरियाणा में सोलर पावर को बढ़ावा देने के लिए बिजली विभाग के साथ आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 2030 तक सोलर एनर्जी से 500 गीगावाट का लक्ष्य रखा है और यह प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के जरिए संभव है। इस अवसर पर हरेड़ा के महानिदेशक आई.एफ.एस. एस.नारायणन ने कहा कि प्रदेश में सोलर पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार है और जल्द ही इसे अधिसूचित किया जाएगा। इससे राज्य में सोलर इंडस्ट्री को बहुत जरूरी प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार सोलर वाटर पंप को बढ़ावा देने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और किसानों को 75 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है। उन्होंने बताया कि सोलर वाटर पंप के उपयोग के मामले में हरियाणा देश में नंबर वन है। इससे पहले पीएचडीसीसीआई के पंजाब राज्य चैप्टर के पर्यटन और आतिथ्य समिति के सह संयोजक निश्चय बहल ने मुख्य अतिथि, अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों और उद्योग के सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि आज के समय में ऊर्जा सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन सर्वोपरि चिंता का विषय हैं और अक्षय ऊर्जा, विशेष रूप से सौर ऊर्जा पर सरकार का सक्रिय रुख समयोचित और दूरदर्शी दोनों है।
पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय सौर और बिजली समिति के संयोजक पर्व अरोड़ा ने सौर उद्योग की चिंताओं को उठाते हुए राज्य में नेट मीटरिंग और सोलर रूफ टॉप की स्थापना के लिए सब्सिडी के वितरण से संबंधित मुद्दों का उल्लेख किया। सत्र का संचालन करते हुए पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक सुश्री भारती सूद ने कहा कि पीएचडी चैंबर उद्योग जगत की आवाज है और यह उद्योग और सरकारों के बीच सेतु का काम करता है। उन्होंने हरियाणा के बिजली विभाग के अधिकारियों को उनकी भागीदारी और उद्योग के मुद्दों को संबोधित करने के लिए धन्यवाद दिया।