5 दिन बैंकिंग का रास्ता साफ
बिजनेस टुडे पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, लंबे समय से बैंक यूनियनों ने पिछले साल दिसंबर 2023 में बैंक यूनियनों द्वारा 180 दिनों में 5 दिन बैंक कार्य लागू करने की अपील की थी। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ ने कहा कि एक संयुक्त नोट में सरकारी अधिसूचना जारी होने तक सभी शनिवारों को अवकाश के रूप में मान्यता देने पर सहमति व्यक्त की गई है। इसमें कहा गया है कि संशोधित कार्य घंटे सरकारी अधिसूचना के बाद प्रभावी होंगे।
आईबीए के सीईओ ने साझा की जानकारी
भारतीय बैंक संघ के सीईओ (IBA CEO) सुनील मेहता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए इस संबंध में जानकारी साझा की है। शुक्रवार को किए गए इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘बैंकिंग उद्योग के लिए आज एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि आईबीए और यूएफबीयू, एआईबीओए, एआईबीएएसएम और बीकेएसएम ने बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए वेतन संशोधन के संबंध में 9वें संयुक्त नोट और 12वें द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
सैलरी में होगी बंपर बढ़ोतरी
पांच दिन की बैंकिंग के साथ ही भारतीय बैंक संघ और बैंक कर्मचारी यूनियनों ने सालाना 17 फीसदी वेतन बढ़ोतरी पर सहमति जताई है। इसके साथ ही बेसिक सैलरी में भी बंपर बढ़ोतरी होगी। इससे सरकारी बैंकों पर सालाना करीब 8,284 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। वहीं, वेतन बढ़ोतरी से करीब 8 लाख बैंक कर्मचारियों को फायदा होगा। आईबीए के मुताबिक यह वेतन बढ़ोतरी 1 नवंबर 2022 से प्रभावी होगी।
नये समझौते में क्या है खास?
बैंक अधिकारियों के संगठन ने कहा कि नए वेतनमान का निर्धारण 8088 अंकों के महंगाई भत्ते (डीए) और उस पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को मिलाकर किया गया है। नए समझौते के तहत सभी महिला कर्मचारियों को बिना मेडिकल सर्टिफिकेट दिए हर महीने एक दिन की बीमारी की छुट्टी लेने की अनुमति होगी। इसके साथ ही रिटायरमेंट के समय/सेवा के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु होने पर इसे 255 दिनों तक भुनाया जा सकेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार इस पर भी बड़ा फैसला ले सकती है।
यह परिवर्तन 2015 में हुआ
गौरतलब है कि साल 2015 में सरकार ने दूसरे और चौथे शनिवार को बैंकों में अवकाश घोषित किया था। बैंक यूनियनें एलआईसी की तरह बैंकों में भी 5 दिन का कामकाज लागू करने की मांग कर रही हैं। बैंक कर्मचारियों को दो दिन के साप्ताहिक अवकाश का तोहफा मिलने के बाद उनके काम के घंटे बढ़ सकते हैं। अगर बैंकों में 5 दिन का कामकाज सिस्टम लागू होता है तो कर्मचारियों को हर दिन 40 मिनट अतिरिक्त काम करना पड़ सकता है। यानी उनका काम करने का समय सुबह 9:45 से शाम 5:30 बजे तक हो सकता है।