पाकिस्तान के कराची में गर्मी से लोग बेहाल हैं. महज चार दिनों में यहां कम से कम साढ़े चार सौ लोगों की जान जा चुकी है. बुधवार को एक एनजीओ ईधी फाउंडेशन ने यह दावा किया. एनजीओ ने यह भी दावा किया है कि हालात इतने खराब हो गए हैं कि शवगृहों में भी शवों को रखने की जगह नहीं बची है. ईधी फाउंडेशन ने कहा कि ये मौतें सिर्फ चार दिनों में हुईं।
भीषण गर्मी से लोगों की जान चली गई
ईधी फाउंडेशन ने कहा कि भीषण गर्मी के कारण चार दिनों में 427 लोगों की जान चली गई है, जिसमें बुधवार का आंकड़ा शामिल नहीं है। एनजीओ के प्रमुख फैसल एधी ने कहा कि फाउंडेशन के पास कराची में चार मुर्दाघर हैं और अब स्थिति इस स्तर तक पहुंच गई है कि चारों मुर्दाघरों में जगह नहीं बची है. मंगलवार को पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि पिछले 48 घंटों में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है.
शव रखने की जगह नहीं
फैसल एधी ने कहा कि मरने वालों में ज्यादातर बेघर और नशे के आदी थे, जो सड़कों पर पड़े हुए थे। उन्होंने बताया कि उनके शवगृह में मंगलवार को 135 और सोमवार को 128 शव पहुंचे. ईधी ट्रस्ट पाकिस्तान का सबसे बड़ा कल्याण फाउंडेशन है, जो देश भर में गरीबों, बेघरों, अनाथों और महिलाओं के लिए काम करता है।
10 शवों का हुआ पोस्टमॉर्टम
पाकिस्तान ने मंगलवार को कहा कि कराची में 48 घंटे में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है. राहत सेवा के अधिकारियों ने कहा कि मंगलवार को कराची और अन्य जगहों की सड़कों पर 10 और शव पाए गए। इससे एक दिन पहले सोमवार को भी 10 शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया था.
फुटपाथ या सड़क किनारे रहने वाले लोगों की मौत
पुलिस सर्जन सुमैया सैयद ने कहा, ‘ज्यादातर शव फुटपाथ या सड़क किनारे रहने वाले लोगों के हैं और जाहिर तौर पर शहर में अत्यधिक गर्मी के कारण उनकी मौत हो गई।’ अधिकारियों ने कहा कि सभी की मौत संभवत: अत्यधिक गर्मी के कारण हुई क्योंकि तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया था।