जिले में 272 मोबाइल टाॅवर, स्थापना व नवीनीकरण शुल्क सालों से जमा नहीं

धमतरी, 18 मई (हि.स.)। जिले में विभिन्न मोबाइल कंपनियों के 272 टावर है, जो लोगों को संचार सुविधा उपलब्ध करा रही है। यह बेहतर है, लेकिन कंपनियां टावर लगाकर शासन के गाइड-लाइन के अनुसार स्थापना व नवीनीकरण शुल्क पंचायतों में सालों से जमा नहीं कर रहे हैं। ग्राम पंचायत कंपनियों के कर्मचारियों से शुल्क जमा कराने बार-बार संपर्क कर रहे हैं। नोटिस भी जारी कर चुके हैं, लेकिन लाखों रुपये जमा नहीं किया है। इससे पंचायतों को राजस्व का नुकसान है। करीब 23 लाख रुपये स्थापना शुल्क व लाखों रुपये नवीनीकरण शुल्क बकाया है।

शहर से गांव तक आज हर मोबाइल कंपनियों के टाॅवर है। कंपनियां शासन के गाइड-लाइन के अनुसार शहर व पंचायतों में टाॅवर लगाए हैं। संचार सुविधा में इसका फायदा हर वर्ग को मिल रहा है, लेकिन मोबाइल कंपनियां टाॅवर लगाकर सालों से स्थापना शुल्क जमा नहीं किया है। वहीं हर साल पंचायतों में नवीनीकरण की राशि जमा नहीं कर रहा है, इससे पंचायतों को राजस्व का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिला पंचायत कार्यालय धमतरी से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कुल 272 विभिन्न कंपनियों के मोबाइल टाॅवर है, इसमें से आठ बंद है। धमतरी ब्लाॅक में 75 टाॅवर है और यहां कंपनियों ने आठ लाख पांच हजार रुपये स्थापना शुल्क अब तक जमा नहीं किया है। वहीं कुरूद में 58 मोबाइल कंपनियां है, इसका स्थापना शुल्क चार लाख 48 हजार रुपये अब तक विभिन्न कंपनियों ने ग्राम पंचायतों में जमा नहीं किया है।

मगरलोड में कुल 61 मोबाइल टावर है, इसका स्थापना शुल्क सालों से छह लाख 50 हजार रुपये बकाया है। वहीं नगरी ब्लाक में सबसे ज्यादा 78 मोबाइल टाॅवर है, इसका स्थापना शुल्क चार लाख 75 हजार रुपये अब तक कंपनियों ने जमा नहीं किया है। जिलेभर में करीब 23 लाख स्थापना शुल्क सालों से जमा नहीं हुआ है। 272 मोबाइल टाॅवरों में से अधिकांश का हर साल नवीनीकरण राशि मोबाइल कंपनियां ग्राम पंचायतों में जमा नहीं करते हैं, इससे पंचायत को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत लगातार राशि वसूली के प्रयास कर रहे हैं, फिर भी मोबाइल कंपनियां स्थापना शुल्क व नवीनीकरण राशि जमा करने दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं, जो चिंता का विषय है।

स्थापना शुल्क 25 हजार और नवीनीकरण शुल्क हर साल 10 हजार रुपये निर्धारित है। जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार जिले के 272 में से आठ मोबाइल टाॅवर बंद है, जिसमें नगरी के तीन, मगरलोड के तीन और धमतरी में दो मोबाइल टावर बंद है। बंद वाले जगहों में मोबाइल टावर की समस्या लोगों को बनी रहती है। कई बार शिकायत होने के बाद भी चालू नहीं किया जा रहा है।

इस संबंध में पंचायत विभाग धमतरी के उपसंचालक अविनाश मेश्राम ने बताया कि जिले के कई ग्राम पंचायतों में विभिन्न कंपनियों के मोबाइल टाॅवर लगे हैं। इन कंपनियों से स्थापना शुल्क व नवीनीकरण की राशि ग्राम पंचायतों के माध्यम से लिया जा रहा है।