आज का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से खास है। आज गुरुवार, 27 मार्च 2025 को चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। यह तिथि रात 11:04 बजे तक रहेगी, इसके बाद चतुर्दशी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस तिथि पर चंद्रमा कुंभ राशि में भ्रमण कर रहे हैं और शतभिषा नक्षत्र भी दिनभर प्रभाव में रहेगा।
आज के दिन साध्य योग का भी योग बन रहा है, जो सुबह 09:25 बजे तक प्रभावी रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, साध्य योग में किए गए कार्य विशेष रूप से फलदायी होते हैं।
आज का पंचांग और शुभ जानकारी
- तिथि: त्रयोदशी (रात 11:04 बजे तक), इसके बाद चतुर्दशी
- वार: गुरुवार
- नक्षत्र: शतभिषा (रात 12:34 बजे तक)
- योग: साध्य (सुबह 09:25 बजे तक)
- चंद्र राशि: कुंभ
शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:03 से 12:52 तक
- अमृत काल: सुबह 6:06 से 7:42 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:23 से 7:25 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 2:23 से 3:25 बजे तक
- निशीथ काल: रात 11:41 से 12:20 बजे तक
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:03 से 5:08 बजे तक
आज का राहुकाल (शुभ कार्य वर्जित समय)
राहुकाल के दौरान कोई भी नया या शुभ कार्य करना अशुभ माना जाता है। यह समय अलग-अलग शहरों में भिन्न होता है:
शहर | राहुकाल का समय |
---|---|
दिल्ली | 01:59 PM से 03:31 PM |
मुंबई | 02:16 PM से 03:48 PM |
चंडीगढ़ | 02:01 PM से 03:33 PM |
लखनऊ | 01:44 PM से 03:16 PM |
भोपाल | 01:58 PM से 03:30 PM |
कोलकाता | 01:14 PM से 02:46 PM |
अहमदाबाद | 02:17 PM से 03:49 PM |
चेन्नई | 02:46 PM से 03:17 PM |
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय: सुबह 6:17 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:36 बजे
पंचांग क्यों होता है महत्वपूर्ण?
हिंदू धर्म में पंचांग को समय और मुहूर्त की सटीक गणना का आधार माना जाता है। इसे वैदिक पंचांग भी कहा जाता है। पंचांग के पांच प्रमुख अंग होते हैं – तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण।
इसके माध्यम से व्यक्ति को न केवल शुभ-अशुभ समय की जानकारी मिलती है, बल्कि यह भी ज्ञात होता है कि कब कौन-सा कार्य करना लाभकारी रहेगा।