भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इंडसइंड बैंक के निदेशक मंडल को निर्देश दिया है कि चालू तिमाही के दौरान बैंक द्वारा घोषित 2100 करोड़ रुपये की अकाउंटिंग गड़बड़ी को ठीक करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए। हाल ही में बैंक ने खुद इस गड़बड़ी का खुलासा किया था, जिससे बैंक के निवल मूल्य (Net Worth) पर 2.35% का असर पड़ने का अनुमान है। इस खबर के बाद इंडसइंड बैंक के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। बैंक ने पहले ही इस मामले की जांच के लिए एक बाहरी ऑडिट टीम को नियुक्त कर दिया है।
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आरबीआई का बयान: जल्द करें सुधारात्मक कार्रवाई
आरबीआई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि बैंक के निदेशक मंडल और प्रबंधन को सभी हितधारकों को आवश्यक जानकारी देने के बाद जनवरी-मार्च तिमाही के भीतर पूरी तरह से सुधारात्मक कार्रवाई पूरी करनी होगी। केंद्रीय बैंक ने जमाकर्ताओं को आश्वस्त किया कि इस मामले को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है और अटकलों पर प्रतिक्रिया देने की कोई आवश्यकता नहीं है।
बैंक की वित्तीय स्थिति स्थिर: आरबीआई
भारतीय रिजर्व बैंक ने ग्राहकों और निवेशकों को यह भरोसा दिलाया कि इंडसइंड बैंक की वित्तीय स्थिति स्थिर बनी हुई है और नियामक संस्था इस पर कड़ी नजर रख रही है। बैंक ने यह भी स्पष्ट किया कि सितंबर-अक्टूबर 2024 के दौरान इस अकाउंटिंग चूक का पता चला था और हाल ही में आरबीआई को इसकी प्रारंभिक जानकारी दी गई थी। बैंक ने बताया कि अंतिम रिपोर्ट अप्रैल 2025 की शुरुआत में आएगी, जब बाहरी एजेंसी इस मामले की विस्तृत जांच पूरी कर लेगी।
इंडसइंड बैंक के शेयरों में भारी गिरावट
इस खुलासे के बाद इंडसइंड बैंक के शेयरों में गिरावट देखी गई। आखिरी कारोबारी दिन बैंक का शेयर 1.84% गिरकर 672.10 रुपये पर बंद हुआ। 12 मार्च 2025 को यह 605.40 रुपये के निचले स्तर तक पहुंच गया, जो बैंक के शेयर का 52 सप्ताह का न्यूनतम स्तर है।