ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा का आगमन और विदाई विशेष वाहनों में होती है, जिसका गहरा ज्योतिषीय प्रभाव होता है। यह वाहन देवी के आगमन और विदाई के दिन के अनुसार तय किया जाता है, और यह प्रकृति, समाज, और जीवन पर शुभ-अशुभ संकेत देता है। हर वर्ष मां दुर्गा के वाहन में बदलाव होता है, जो आर्थिक, प्राकृतिक, और सामाजिक प्रभावों को दर्शाता है। इस वर्ष भी चैत्र नवरात्रि 2025 में मां दुर्गा का वाहन विशेष रहेगा।
2025 में चैत्र नवरात्रि की तिथियां
पंडित कल्कि राम के अनुसार, चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 29 मार्च को शाम 4:27 बजे प्रारंभ होगी और 30 मार्च को दोपहर 12:49 बजे समाप्त होगी।
- नवरात्रि की शुरुआत: 30 मार्च 2025
- नवरात्रि का समापन: 7 अप्रैल 2025
मां दुर्गा के आगमन का वाहन
हिंदू धर्म में मां दुर्गा के आगमन और विदाई के वाहनों का विशेष महत्व होता है। यह वाहन देश, प्रकृति, फसल, और मानव जीवन पर प्रभाव डालते हैं। इस बार नवरात्रि की शुरुआत रविवार, 30 मार्च को हो रही है, और इस दिन मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर पृथ्वी पर आएंगी।
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हाथी पर मां दुर्गा का आगमन: शुभ संकेत
मां दुर्गा का हाथी पर आगमन शुभ माना जाता है और इससे जुड़े कई सकारात्मक प्रभाव माने जाते हैं:
- आर्थिक वृद्धि: देश की अर्थव्यवस्था में सुधार और समृद्धि बढ़ेगी।
- प्राकृतिक संतुलन: जलवायु अनुकूल रहेगी और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव होगा।
- कृषि उत्पादन में वृद्धि: इस वर्ष फसलें अच्छी होंगी, जिससे किसानों को लाभ होगा।
- सामाजिक समृद्धि: शांति और सौहार्द बढ़ेगा, जिससे समाज में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा।