वायनाड में भूस्खलन से अब तक 175 लोगों की मौत, कई लापता, बचाव कार्य जारी

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केरल के वायनाड में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 175 पहुंच गई है. 131 लोग अस्पताल में हैं, जबकि 220 लोग लापता बताए जा रहे हैं। सोमवार को सुबह करीब 2 बजे और 4 बजे मुंडाकाई, चुरालमाला, अट्टामाला और नुलपुझा गांवों में भूस्खलन हुआ। घर, पुल, सड़कें और वाहन बह गए।

सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और डॉग स्क्वायड की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। देर रात तक 1 हजार लोगों को बचाया गया, 3 हजार लोगों को पुनर्वास केंद्र भेजा गया है. सेना के 225 जवानों को कन्नूर से वायनाड भेजा गया है. कुछ ही घंटों में लगातार 3 भूस्खलन से चुरालमाला गांव का एक बड़ा हिस्सा बह गया है.

175 लोग मर चुके हैं

सेना यहां बचाव अभियान संभाल रही है। सड़कों पर पानी है, हर तरफ तबाही का मंजर है. मौसम विभाग ने वायनाड के अलावा मालपुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसके चलते आज बचाव कार्य में दिक्कतें आ सकती हैं। दिन में बचाव के लिए वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर भेजे गए लेकिन बारिश के कारण उन्हें कोझिकोड से वापस लौटना पड़ा।

 

केरल सरकार ने हादसे के बाद राज्य में दो दिन के आधिकारिक शोक की घोषणा की है. 30 जुलाई को 12 जिलों में स्कूल-कॉलेज की छुट्टी घोषित कर दी गई. केरल यूनिवर्सिटी ने 30 और 31 जुलाई को होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। नई तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी।

भूस्खलन की घटना का जायजा लेने के लिए वायनाड जा रहीं केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज बुधवार (31 जुलाई) सुबह करीब 7.30 बजे एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गईं। उन्हें मलप्पुरम के मंजेरी स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हादसा स्कूटर सवार को बचाने के चक्कर में हुआ।