जम्मू-कश्मीर के राजौरी में ‘रहस्यमय मौतों’ की गुत्थी: 15 लोगों की जान गई, सरकार ने शुरू की जांच

Officials Visited Badhal Village

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में ‘रहस्यमय मौतों’ की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है, जहां 36 दिन के भीतर 15 लोगों की जान चली गई है। इस अज्ञात बीमारी के मामलों की गंभीरता को देखते हुए उमर अब्दुल्ला की सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं और इसके लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। सरकारी अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि वे राजौरी जिले के बुधल गांव में स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं।

इस बीच, जम्मू के एक अस्पताल में भर्ती एक बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया, “सरकार बुधल गांव में स्थिति पर करीब से नजर रख रही है, जहां अज्ञात बीमारी ने 15 लोगों की जान ले ली है। जम्मू के अस्पताल में भर्ती एक बच्चे की स्थिति चिंताजनक है।”

स्वास्थ्य जांच में मिली जानकारी

अधिकारियों ने बताया कि जांच और नमूना विश्लेषण से यह स्पष्ट हुआ है कि ये मौतें बैक्टीरिया या वायरस से होने वाली किसी संक्रामक बीमारी के कारण नहीं हुई हैं और इसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य का कोई पहलू नहीं है। सभी नमूनों में किसी भी प्रकार के वायरस या विषाणु जनित बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है। विभिन्न प्रतिष्ठित प्रयोगशालाओं में नमूनों का परीक्षण किया गया, जिनमें राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (पुणे), राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (दिल्ली), और अन्य शामिल हैं।

मौतों का क्रम

इस रहस्यमय बीमारी की पहली घटना 7 दिसंबर 2024 को हुई, जब सामुदायिक भोजन के बाद एक परिवार के सात लोग बीमार पड़ गए, जिससे पांच की मौत हो गई। इसके बाद, 12 दिसंबर को नौ लोगों के एक परिवार में से तीन की मौत हो गई। हाल ही में, 12 जनवरी 2025 को एक अन्य सामुदायिक भोजन के बाद एक परिवार के दस लोग बीमार पड़े, जिसमें छह बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

अधिकारियों के अनुसार, मोहम्मद असलम की 10 वर्षीय बेटी ज़बीना कौसर की बुधवार रात जम्मू के एसएमजीएस अस्पताल में मौत हो गई, जबकि उसकी 15 वर्षीय बहन यास्मीन कौसर की हालत गंभीर बनी हुई है। सरकार ने बीमारी के मूल कारण का पता लगाने के लिए कई कदम उठाने की घोषणा की है।