गांधीनगर, 03 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अहमदाबाद में प्रति वर्ष अषाढ़ी दूज पर आयोजित होने वाली परंपरागत जगन्नाथ रथयात्रा की 147वीं कड़ी को शांति-सुरक्षा के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन की सज्जता तथा तैयारियों की बुधवार को गांधीनगर में उच्च स्तरीय बैठक में सूक्ष्मतापूर्वक समीक्षा की।
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, मुख्य सचिव राज कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव ए.के. राकेश, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव पंकज जोशी, राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त जी.एस. मलिक एवं वरिष्ठ अधिकारी इस उच्च स्तरीय बैठक में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अहमदाबाद सहित राज्य में अनेक स्थानों पर आयोजित होने वाली रथयात्राएं जन उमंग एवं उल्लास का धर्म पर्व हैं। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि भगवान के दर्शन के लिए लोग पुराने, जर्जर भवनों, मकानों या भयजनक इमारतों का सहारा न लें; इसके लिए यह आवश्यक है कि पुलिस एवं स्थानीय निकाय प्रशासन सतर्क रहे। उन्होंने ऐसे पॉइंट पर पुलिस बंदोबस्त करके लोगों को उनके जान-माल की सुरक्षा के कारणों से वहां जाने से रोकने की ताकीद की।
बैठक में अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त जी.एस. मलिक ने अहमदाबाद महानगर में भक्ति-भावपूर्ण वातावरण में आयोजित होने वाली इस रथयात्रा के 16 किलोमीटर लंबे रूट पर कानून-व्यवस्था तथा रथयात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्थाओं के विषय में विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। रथयात्रा के उमंग पर्व को शांति एवं सुरक्षापूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए शहर पुलिस प्रशासन की प्रतिबद्धता दर्शाने वाले इस प्रेजेंटेशन में मलिक ने कहा कि रथयात्रा को सफल बनाने के लिए आईजी स्तर से लेकर पुलिस कर्मचारियों तक 18700 से अधिक सुरक्षा कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात रहने वाले हैं। मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत इस प्रेजेंटेशन में बताया गया कि रथयात्रा में शामिल होने वाले रथों, ट्रकों, अखाड़ों, भजन मंडलियों तथा महंतों की सुरक्षा के लिए रथयात्रा के साथ मूविंग बंदोबस्त में लगभग 4500 पुलिस कर्मचारी जुड़ेंगे। मलिक ने कहा कि समग्र रथयात्रा में बाधा के निवारण तथा सुचारु यातायात संचालन के लिए यातायात शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में 1931 जवान तैनात रहेंगे। इतना ही नहीं; लगभग 16 क्रेनों की व्यवस्था भी की गई है।
कई स्तर पर होगी रथयात्रा की मॉनिटरिंग
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि रथयात्रा के दौरान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से कोई अफवाह या गुमराह करने वाले समाचार, विवरण कहीं प्रचारित-प्रसारित हों; तो उसके विरुद्ध तत्काल सत्य-यथार्थ से लोगों को अवगत कराने पर पुलिस प्रशासन विशेष ध्यान दे। इस संदर्भ में पुलिस आयुक्त ने रथयात्रा में पर्याप्त मॉनिटरिंग प्रबंधन का उल्लेख करते हुए कहा कि लगभग 47 लोकेशन्स से 96 कैमरा, 20 ड्रोन, 1733 बॉडीवॉर्न कैमरा द्वारा लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके अलावा, 16 किलोमीटर के समग्र रथयात्रा रूट पर निजी दुकान मालकों की सहभागिता से लगभग 1400 सीसीटीवी कैमरा से पुलिस नियंत्रण कक्ष नजर रखेगा। यात्रा के दौरान किसी मेडिकल इमर्जेंसी या अप्रत्याशित घटना की स्थिति में चिकित्सा सेवाओं के लिए अहमदाबाद महानगर पालिका की तीन और राज्य सरकार के असारवा एवं सोला स्थित सिविल अस्पतालों मेडिकल टीमें स्टैंडबाई रखी जाएंगी। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि पांच अर्बन हेल्थ सेंटर में भी तत्काल उपचार उपलब्ध रहेगा। 108 एम्बुलेंस सेवा की 11 तथा मनपा की 5 एम्बुलेंस भी आवश्यकतानुसार उपलब्ध रहें।
प्रेजेंटेशन में बताया गया कि इस रथयात्रा के दौरान नगरजनों की सहायता के आशय से यात्रा रूट पर लगभग 17 जन सहायता केन्द्र भी स्थापित किए जाएंगे। इस परंपरागत रथयात्रा को साम्प्रदायिक सौहार्द का उत्सव बनाने के लिए रथयात्रा से पूर्व शहर पुलिस प्रशासन द्वारा शांति समिति की 132 बैठकें, मोहल्ला समिति की 136 बैठकें, महिला समिति की 38 बैठकें, विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ 18 बैठकें तथा भगवान के रथों को खींचने वाले खलासी भाइयों, अखाड़ा संचालकों के साथ लगभग 25 बैठकें की गईं। इतना ही नहीं, एकता कप क्रिकेट मैच, वॉलीबॉल टूर्नामेंट, मेहंदी प्रतियोगिता, रक्तदान शिविर जैसे सामाजिक एकता की चेतना जगाने वाले आयोजन भी सफलतापूर्वक पूरे किए गए।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद के अलावा राज्यभर में जिन-जिन स्थानों पर रथयात्राएं आयोजित होती हैं, उन सभी स्थानों पर शांति, सुरक्षा एवं सौहार्द के वातावरण बनाए रखने का विवरण राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय से प्राप्त किया और आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया। पटेल ने विश्वास व्यक्त किया कि रथयात्रा का यह उमंग पर्व जन भागीदारी, पुलिस प्रशासन की सतर्कता एवं सुरक्षा प्रतिबद्धता के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न होगा। इस समीक्षा बैठक में अहमदाबाद शहर के अपर पुलिस आयुक्त, क्राइम ब्रांच एवं ट्रैफिक ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त भी उपस्थित रहे।