वायनाड में भूस्खलन से अब तक 143 की मौत; केरल में दो दिन का राजनीतिक शोक

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वायनाड भूस्खलन 2024:
 केरल में आपदा के बाद तबाही का मंजर सामने आ गया है. नदियों में बाढ़, गिरे हुए पेड़ और घर दिखाई दे रहे हैं। फासालेया के लोगों को ढूंढने के लिए सेना के साथ एनडीआरएफ की टीमें लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. केरल में दो दिन के राजनीतिक शोक की घोषणा की गई है.

प्रभावित लोग राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के मुताबिक, हादसे में घायल हुए 120 से ज्यादा लोगों का फिलहाल वायनाड के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। 116 लोगों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है.

सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन
सेना के जवान प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों की मदद कर रहे हैं. मलबे में दबे लोगों का बचाव अभियान अभी भी जारी है. सेना की 122वीं इंफेंट्री बटालियन राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है. केरल के मुख्यमंत्री ने घटना की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि 3069 फिलहाल 45 राहत शिविरों में शरण लिये हुए हैं.

स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर पीड़ित चाय बागानों में काम करते थे। कच्चे मकानों में रहते थे। कई लोगों की लाशें नदी में बाढ़ के पानी में पड़ी मिलीं. जिसका खौफनाक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

केरल में अभी भी भारी बारिश का अनुमान
एक वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि अरब सागर में बढ़ते तापमान के कारण घने बादल बन रहे हैं, जिससे केरल में कम समय में भारी बारिश हो रही है और भूस्खलन का खतरा बढ़ रहा है। वायनाड में भूस्खलन का कारण अरब सागर में तापमान बढ़ना है.