जम्मू-कश्मीर आतंकवादी हमले: पिछले कुछ समय से जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई है। इतना ही नहीं सिर्फ जुलाई में ही घाटी में 15 दिनों के अंदर 4 बड़े आतंकी हमलों ने लोगों को डरा दिया है. इस हमले में सेना के कई जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हो गए. इस बीच 8 और 15 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कटूहा और डोडा में बड़े आतंकी हमले हुए. कटुहा में हुए हमले में 5 जवान शहीद हो गए. 15 जुलाई को आतंकियों से झड़प में पांच जवान शहीद हो गए थे.
2021 में 4 बड़े आतंकी हमले हुए
2021 में सबसे पहले 19 अगस्त को राजौरी के थानामंडी इलाके में आतंकियों से मुठभेड़ में 2 जवान शहीद हुए थे. इसके कुछ ही समय बाद 11 अक्टूबर को पुंछ के जंगलों में आतंकियों से मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए. 16 अक्टूबर को हुए आतंकी हमले में जम्मू-कश्मीर के दो अधिकारियों समेत चार जवान शहीद हो गए थे. यह हमला पुंछ जिले के भाटा डूरियन इलाके में हुआ। इसके बाद 30 अक्टूबर को हुए विस्फोट में दो जवान और एक अधिकारी शहीद हो गये. उस वक्त जवान राजौरी के नौशेरा में गश्त कर रहे थे.
2022 में हमला हुआ
11 अगस्त 2022 को राजौरी के परगल आतंकियों के हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे.
2023 में आतंकियों ने 4 बड़े हमले किए
20 अप्रैल को पुंछ जिले के भाटा डूरियन में NH-144A पर आतंकियों के हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद 7 मई 2023 को एक और आतंकी हमले में पांच कमांडो और सेना के एक मेजर शहीद हो गए. यह हमला राजौरी के जंगलों में किया गया. 22 नवंबर 2023 को राजौरी जिले के बाजीमल में आतंकी मुठभेड़ में सेना के दो कैप्टन समेत पांच जवान शहीद हो गए थे. 21 दिसंबर को एक और आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए. यह हमला पुंछ के डेरा गली इलाके में आतंकियों ने किया था.
2024 में अब तक 4 बड़े हमले हो चुके हैं
2024 में जम्मू-कश्मीर में अब तक 4 बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं. पहला हमला 4 मई को हुआ था. हमले में IAF का एक अधिकारी शहीद हो गया. यह हमला पुंछ में किया गया. इसके बाद 11 जून को कैथू में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया. 8 जुलाई को कटुहा के बदनोटा गांव में हुए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे और एक आतंकी भी मारा गया था. हाल ही में 15 जुलाई को हुए हमले में सेना के एक कैप्टन समेत चार जवान शहीद हो गए हैं.