12 अप्रैल 2025: आज का पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष जानकारी

12 अप्रैल 2025: आज का पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष जानकारी
12 अप्रैल 2025: आज का पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और हनुमान जन्मोत्सव पर विशेष जानकारी

अगर आप आज किसी शुभ कार्य की योजना बना रहे हैं या कोई नया काम शुरू करने का मन बना रहे हैं, तो पहले आज का पंचांग जरूर देख लें। 12 अप्रैल 2025, शनिवार को चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है—और यही दिन हनुमान जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।

इस विशेष दिन को और भी फलदायी बनाने के लिए शुभ मुहूर्त और राहुकाल जैसी जरूरी जानकारियों पर नज़र डालना बेहद ज़रूरी हो जाता है। क्योंकि हिन्दू धर्म में ऐसा माना जाता है कि सही समय पर किया गया कार्य न केवल सफल होता है, बल्कि उसमें सकारात्मक ऊर्जा और दिव्यता का भी वास रहता है।

 आज का पंचांग (Aaj ka Panchang – 12 अप्रैल 2025, शनिवार)

  • तिथि: पूर्णिमा – 13 अप्रैल सुबह 05:51 बजे तक
  • वार: शनिवार
  • नक्षत्र: हस्त – शाम 06:08 बजे तक, फिर चित्रा
  • योग: व्याघात – रात 08:41 बजे तक
  • करण: विष्टि – दोपहर 04:35 बजे तक

 सूर्य और चंद्र की स्थिति

  • सूर्योदय का समय: सुबह 06:22 बजे
  • सूर्यास्त का समय: शाम 06:59 बजे
  • चंद्रोदय का समय: शाम 06:33 बजे
  • चंद्रास्त का समय: अगली सुबह 06:18 बजे (13 अप्रैल)

 शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) – आज का सबसे उत्तम समय

  • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:51 से 05:36 तक – ध्यान, साधना और मनन के लिए श्रेष्ठ
  • अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 से 12:48 तक – कोई भी नया कार्य आरंभ करने के लिए सर्वोत्तम
  • गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:58 से 07:21 तक – गृह प्रवेश, वाहन खरीदारी जैसे कार्यों के लिए उपयुक्त

 अशुभ मुहूर्त (Ashubh Muhurat) – इन समयों से करें परहेज

  • राहुकाल: सुबह 09:31 से 11:06 तक – इस समय कोई भी शुभ कार्य करने से बचें
  • गुलिक काल: सुबह 06:22 से 07:56 तक – यात्रा या बड़ा निर्णय टालें
  • दिशाशूल: पूर्व दिशा – यात्रा करने से पहले आवश्यक उपाय कर लें

 हनुमान जयंती विशेष

आज हनुमान जन्मोत्सव है, जो चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को पूरे श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाता है। इस दिन लोग हनुमान मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं, सुंदरकांड का पाठ करते हैं और भंडारे का आयोजन भी किया जाता है। हनुमान जी को शक्ति, भक्ति और निर्भयता का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं, आज के दिन अगर कोई हनुमान चालीसा का पाठ करता है और सच्चे मन से प्रार्थना करता है, तो उसकी सारी बाधाएं दूर होती हैं।