मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में शुक्रवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। पीएनटी कॉलोनी में चार्जिंग के दौरान एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में विस्फोट हो गया, जिससे भीषण आग लग गई। इस हादसे में 10-11 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई, जो गुजरात से अपने नाना के घर आई थी। परिवार के दो अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को रतलाम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
रात 3 बजे हुआ हादसा
परिवार ने इलेक्ट्रिक स्कूटर को चार्जिंग पर लगाकर सोने के बाद यह हादसा झेला। बताया जा रहा है कि रात करीब 3 बजे चार्जिंग के दौरान स्कूटर में अचानक से चिंगारियां निकलने लगीं और फिर भीषण आग भड़क उठी। आग लगने के बाद परिवार ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया, जिससे आसपास के लोग अलर्ट हुए।
स्थानीय लोगों ने शुरू किया बचाव कार्य
आग लगने की सूचना मिलते ही आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने आग बुझाने और घर में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश शुरू की। इसी बीच फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। काफी मशक्कत के बाद परिवार के सदस्यों को बाहर निकाला गया, लेकिन 11 वर्षीय बच्ची अंदर ही फंसी रह गई।
11 साल की बच्ची की मौत, अन्य गंभीर घायल
काफी कोशिशों के बाद बच्ची को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से झुलस चुकी थी। उसे तुरंत रतलाम मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार के अन्य दो सदस्यों का इलाज जारी है, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
खुशी के बाद मातम में बदला माहौल
यह हादसा उस रात हुआ, जब परिवार ने शुक्रवार को छोटी बहन का जन्मदिन मनाया था। जन्मदिन की खुशी के कुछ ही घंटों बाद यह हादसा हुआ। बच्ची अपनी मां के साथ नाना के घर आई थी और उन्हें रविवार सुबह गुजरात के बड़ोदरा लौटना था।
इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चार्जिंग के दौरान आग लगने की घटनाएं पहले भी सामने आई हैं, लेकिन इसे लेकर जागरूकता और सुरक्षा मानकों की कमी अभी भी एक बड़ी चुनौती है।