कोलकाता, 07 मई (हि.स.)। एसएससी मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को हुई है। इस बारे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनावी सभा से कहा कि राज्य में 10 लाख नौकरियां तैयार हैं। लेकिन वो सभी नौकरियां कानूनी पचड़े में फंसती जा रही हैं। तृणमूल नेता ममता ने मंगलवार को पुरुलिया में चुनावी सभा की। वहां उन्होंने एसएससी मामले में 25 हजार 753 लोगों की नौकरियां रद्द करने का आरोप भाजपा पर लगाया। उन्होंने कहा कि उन्होंने बच्चों की नौकरियां छीन लीं। शिक्षकों को बेरोजगार कर दिया। सिर्फ भाजपा और माकपा के लोग ही कोर्ट जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच में एसएससी मामले की सुनवाई हुई है। एसएससी ने शीर्ष अदालत को बताया कि रद्द की गई 25 हजार 753 नौकरियों में से लगभग 19 हजार नौकरियां योग्य उम्मीदवारों द्वारा हासिल की गईं। हालांकि, एसएससी का बयान सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जिम्मेदारी पर सवाल उठाया।
एसएससी ने अदालत को बताया कि रोजगार समाप्त करने का निर्णय अदालत के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। जवाब में सुप्रीम कोर्ट ने एसएससी से पूछा है कि एसएससी ने ओएमआर शीट स्कैन करने के लिए सही तरीके से टेंडर क्यों नहीं बुलाया?