Sawan 2025 : प्रथम सोमवार व्रत का संपूर्ण मुहूर्त और पूजा विधि, पाएं भोलेनाथ का आशीर्वाद

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News India Live, Digital Desk: सनातन धर्म में श्रावण मास, जिसे सावन के नाम से भी जाना जाता है, का विशेष महत्व है। यह मास भगवान शिव को समर्पित होता है और शिव भक्त इस पूरे महीने भक्तिभाव में लीन रहते हैं। 2025 में सावन की शुरुआत और पहले सोमवार व्रत की तिथि 21 जुलाई, सोमवार को होगी। इस दिन का भगवान शिव के भक्तों को बेसब्री से इंतज़ार रहता है, क्योंकि यह दिन महादेव का आशीर्वाद प्राप्त करने का एक बहुत ही शुभ अवसर होता है।

सावन के पहले सोमवार व्रत का शुभ मुहूर्त और भद्रा काल:

पंचांग के अनुसार, सावन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ 20 जुलाई, 2025 को रात 9 बजकर 31 मिनट से होगा और इसका समापन 21 जुलाई को रात 10 बजकर 53 मिनट पर होगा। ऐसे में, पहला सावन सोमवार व्रत 21 जुलाई, 2025 को ही रखा जाएगा। पूजा के शुभ मुहूर्त की बात करें तो, 21 जुलाई को शुभ योग सुबह 08 बजकर 49 मिनट तक रहेगा, जबकि ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 17 मिनट से सुबह 05 बजकर 02 मिनट तक होगा। इन शुभ कालों में शिव पूजा करना अत्यधिक फलदायी माना जाता है।

एक महत्वपूर्ण जानकारी भद्रा काल के बारे में है। 2025 में पहले सावन सोमवार पर कोई भद्रा काल नहीं लगेगा। इसका अर्थ है कि भक्तजन बिना किसी रुकावट या अशुभ समय की चिंता के पूरे दिन अपनी पूजा-अर्चना कर सकते हैं।

भगवान शिव की पूजा का तरीका:

सावन के सोमवार पर भक्तगण सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करते हैं और साफ कपड़े पहनते हैं। फिर शिव मंदिर या घर में भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित कर उन्हें जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा, अक्षत, चंदन, फल, फूल और मिठाइयां अर्पित करते हैं। ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक किया जाता है। पूजा के बाद सावन सोमवार व्रत की कथा सुनी जाती है और आरती की जाती है। यह मान्यता है कि इस दिन पूरे विधि-विधान से शिव जी की पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, विवाह संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। इस दिन का व्रत अविवाहित लड़कियों द्वारा सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए भी रखा जाता है।

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