
हैदराबाद से एक बेहद चौंकाने वाली और दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है। सोमवार को एक कैब ड्राइवर पर 25 वर्षीय जर्मन महिला टूरिस्ट के साथ कथित बलात्कार का आरोप लगा है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। यह घटना शहर के बाहरी इलाके ममीडिपल्ली में घटित हुई, जब पीड़िता उसकी टैक्सी में थी।
घटनाक्रम की शुरुआत
पुलिस के अनुसार, पीड़िता और उसका दोस्त 4 मार्च को एक पुराने मित्र से मिलने के लिए हैदराबाद आए थे। यह मित्र पहले उनके साथ इटली में पढ़ाई कर चुका था। सोमवार को दोनों मीरपेट इलाके में घूम रहे थे, तभी एक टैक्सी ड्राइवर उनके पास आया और शहर घुमाने का प्रस्ताव दिया। विश्वास जताते हुए दोनों उसकी गाड़ी में बैठ गए और शहर के कई हिस्सों में घूमे। इस दौरान उन्होंने कई जगहों पर तस्वीरें भी लीं।
कैसे घटी वारदात
शाम होते-होते ड्राइवर ने पीड़िता के दोस्त को एक स्थान पर उतार दिया और महिला को लेकर ममीडिपल्ली इलाके की ओर चल पड़ा। पुलिस ने बताया कि रास्ते में उसने फोटो खींचने के बहाने गाड़ी रोक दी और एकांत में ले जाकर पीड़िता के साथ कथित रूप से बलात्कार किया। इसके बाद वह महिला को वहीं छोड़कर फरार हो गया।
पीड़िता की हिम्मत और त्वरित कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद, पीड़िता ने अपने एक जर्मन दोस्त को इस घटना के बारे में बताया। इसके बाद दोनों ने तुरंत पुलिस स्टेशन पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है।
जांच जारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है। पीड़िता की मेडिकल जांच करवाई जा रही है और अन्य सबूतों को भी इकट्ठा किया जा रहा है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है ताकि घटना से जुड़ी हर कड़ी को स्पष्ट किया जा सके।
सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने फिर एक बार विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर में हजारों की संख्या में विदेशी टूरिस्ट आते हैं, ऐसे में इस तरह की घटनाएं देश की छवि को भी प्रभावित करती हैं।
अधिकारियों की अपील
पुलिस ने नागरिकों और पर्यटकों से अपील की है कि वे अज्ञात लोगों की टैक्सी में न बैठें और अधिकृत कैब सेवाओं का ही उपयोग करें। इसके अलावा किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत नजदीकी थाने में रिपोर्ट करने का अनुरोध भी किया गया है।
यह घटना दिल दहला देने वाली है, और इससे यह साफ हो जाता है कि यात्रियों—खासकर महिला पर्यटकों—की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और ज्यादा सतर्कता व ज़िम्मेदारी की आवश्यकता है।