स्मार्टवॉच से दिल की सेहत कैसे जांचें: एक नई खोज जो जिंदगी बदल सकती है

स्मार्टवॉच से दिल की सेहत कैसे जांचें: एक नई खोज जो जिंदगी बदल सकती है
स्मार्टवॉच से दिल की सेहत कैसे जांचें: एक नई खोज जो जिंदगी बदल सकती है

क्या आप भी स्मार्टवॉच या फिटनेस बैंड पहनते हैं लेकिन उसका इस्तेमाल सिर्फ स्टेप काउंट और हार्ट रेट तक ही सीमित रखते हैं? अगर हां, तो आपके लिए यह खबर बेहद अहम है। वैज्ञानिकों ने अब इन डिवाइसेस के जरिए दिल की सेहत को जांचने का एक नया तरीका खोज निकाला है – और वो भी एक बेहद आसान गणना से।

अब स्मार्टवॉच बताएगी दिल की सेहत

नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी की फीनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन के वैज्ञानिकों ने यह जानने का तरीका खोजा है कि हमारा दिल कितनी कुशलता से काम कर रहा है। उन्होंने डेली एवरेज हार्ट रेट को डेली एवरेज स्टेप काउंट से डिवाइड कर एक नया पैरामीटर निकाला है जिसे DHRPS (डेली हार्ट रेट पर स्टेप्स) कहा जा रहा है।

DHRPS कैसे काम करता है?

यह गणना बेहद सरल है:

DHRPS = डेली एवरेज हार्ट रेट ÷ डेली एवरेज स्टेप काउंट

इसका सीधा मतलब यह है कि अगर किसी व्यक्ति की हार्ट रेट ज्यादा है लेकिन स्टेप काउंट कम है, तो DHRPS का मान अधिक होगा। और अगर यह मान अधिक है, तो यह आपके दिल की खराब सेहत का संकेत हो सकता है। यानी दिल को अपनी सामान्य कार्यक्षमता बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है – जो कि एक खतरे की घंटी हो सकती है।

कौन-कौन सी बीमारियों का हो सकता है खतरा?

शोधकर्ताओं ने 5.8 मिलियन दिन के डेटा और 51 बिलियन स्टेप्स का विश्लेषण किया और पाया कि जिन लोगों का DHRPS स्तर अधिक था, उन्हें नीचे दी गई बीमारियों का खतरा ज्यादा था:

  • टाइप-2 डायबिटीज

  • हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन)

  • हार्ट फेल्योर

  • कोरोनरी एथेरोस्क्लेरोसिस (दिल की नसों में रुकावट)

इन बीमारियों का संबंध सीधे हृदय की कार्यक्षमता से है, और DHRPS इन्हें पहचानने में मदद कर सकता है।

स्मार्टवॉच का सही इस्तेमाल: सिर्फ स्टेप गिनने तक न रहें सीमित

झानलिन चेन, जो इस रिसर्च के प्रमुख लेखक हैं, ने बताया कि यह एक बहुत अहम संकेतक है। यह यह दिखाता है कि आपका दिल कितनी मेहनत कर रहा है। सिर्फ एक सिंपल कैलकुलेशन के जरिए आप अपने दिल की स्थिति का अनुमान लगा सकते हैं। अब स्मार्टवॉच या फिटनेस बैंड सिर्फ फैशन या हल्के-फुल्के ट्रैकिंग के लिए नहीं, बल्कि गंभीर हेल्थ मॉनिटरिंग के लिए भी अहम हो गए हैं।

अगर DHRPS ज्यादा है तो क्या करें?

अगर आप अपनी स्मार्टवॉच के डेटा के आधार पर यह पाते हैं कि DHRPS का स्तर ज्यादा है, तो यह वक्त है कुछ जरूरी बदलाव करने का।

1. रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें:
कार्डियो एक्सरसाइज जैसे तेज चलना, साइक्लिंग या तैराकी आपके दिल को मजबूत बनाने में मदद करती है।

2. हेल्दी डाइट लें:
हरी सब्जियां, फल, ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार और प्रोसेस्ड फूड से दूरी – ये सब आपके दिल के लिए अच्छे हैं।

3. तनाव कम करें:
ध्यान, योग और पर्याप्त नींद से मानसिक तनाव घटाएं, क्योंकि तनाव भी हार्ट डिजीज का बड़ा कारण है।

4. ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल पर नजर रखें:
स्मार्ट डिवाइस और रेगुलर हेल्थ चेकअप की मदद से इन महत्वपूर्ण इंडिकेटर्स को ट्रैक करते रहें।

5. समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लें:
अगर DHRPS लगातार बढ़ा हुआ दिख रहा है, तो डॉक्टर से मिलकर पूरी जांच जरूर कराएं।

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