
अगर आपकी सुबह की शुरुआत चाय के बिना नहीं होती, तो यह आदत आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। आज के समय में बहुत से लोग चाय के इतने आदी हो चुके हैं कि दिन की शुरुआत बिना चाय के अधूरी लगती है। लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि चाय का अत्यधिक सेवन, खासकर दूध वाली चाय, शरीर पर विपरीत असर डाल सकता है।
चाय और स्वास्थ्य: क्या है खतरा?
दूध वाली चाय में मौजूद कैफीन और अन्य तत्वों का अधिक सेवन दिल की बीमारियों, नींद की कमी, भूख न लगना और पाचन संबंधी गड़बड़ियों को जन्म दे सकता है। यह आदत धीरे-धीरे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
कैसे चाय बढ़ाती है कोलेस्ट्रॉल?
चाय में मौजूद कैफीन शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेज़ी से बढ़ा सकता है। इससे दिल की धमनियों में प्लाक जमने लगता है, जिससे हृदय की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। लंबे समय तक यह स्थिति हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं में बदल सकती है। इसके साथ ही ब्लड प्रेशर भी असंतुलित हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत क्या हो सकते हैं?
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चेहरे, गाल और माथे पर पीले धब्बे
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हाथ-पैरों का रंग पीला पड़ना
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पैरों में बिना कारण दर्द होना
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थकावट और लगातार सिर दर्द
अगर आपके शरीर में ये लक्षण नजर आने लगे हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी चाय पीने की आदत सेहत पर असर डाल रही है।
कैसे बचें चाय के दुष्प्रभावों से?
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दिन में दूध वाली चाय की मात्रा सीमित करें।
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सुबह उठते ही खाली पेट चाय पीने से बचें।
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चाय के बजाय ग्रीन टी, हर्बल टी या ब्लैक कॉफी का चयन करें, जिनका सीमित सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है।
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दिनभर थकावट और सिर दर्द महसूस होने पर चाय की मात्रा घटाने पर विचार करें।
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