
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर हाल ही में अपनी ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के बाद पृथ्वी पर सकुशल लौटे। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने कुल 121 मिलियन मील से अधिक की दूरी तय की, पृथ्वी के चारों ओर 4,576 परिक्रमाएं पूरी कीं और अंतरिक्ष में 286 दिन बिताए। लौटने के बाद, उन्होंने नासा के साथ मीडिया से बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपनी यात्रा और अनुभवों के बारे में खुलकर चर्चा की।
स्पेस से भारत कैसा दिखता है?
जब उनसे पूछा गया कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है, तो सुनीता विलियम्स ने कहा कि भारत अद्भुत है। उन्होंने बताया कि जब वे हिमालय के ऊपर गए तो उन्हें वहां से अविश्वसनीय दृश्य देखने को मिले। भारत एक लहर की तरह दिखाई देता है जो पूरे देश में फैल जाती है। उन्होंने विशेष रूप से गुजरात और मुंबई के आस-पास के परिदृश्य में समय के साथ होने वाले बदलावों पर भी चर्चा की। उनका कहना था कि बड़े शहरों से छोटे शहरों तक रोशनी का नेटवर्क फैलता हुआ नजर आता है।
भारत लौटने के बारे में सुनीता का उत्साह
सुनीता विलियम्स ने अपने पिता की मातृभूमि भारत के साथ फिर से जुड़ने का उत्साह जताया। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह भारत लौटेंगी, तो उन्होंने कहा कि वह निश्चित रूप से अपने पिता के देश भारत वापस जाएंगी। भारत में अंतरिक्ष अन्वेषण की बढ़ती भूमिका पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि वह इस प्रगति को देख बहुत खुश हैं और वह भारत आने की उम्मीद करती हैं।
भारत को लेकर सुनीता की राय
सुनीता विलियम्स ने भारत को “महान देश” और “अद्भुत लोकतंत्र” के रूप में वर्णित किया। उनका यह बयान भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते सहयोग और दोनों देशों के अंतरिक्ष मिशन पर जोर देता है, जिसमें NISAR जैसे संयुक्त मिशन भी शामिल हैं। NISAR एक पृथ्वी-अवलोकन उपग्रह मिशन है, जिसे नासा और इसरो द्वारा मिलकर विकसित किया गया है।
पृथ्वी पर लौटने के बाद क्या खाया?
जब सुनीता से पूछा गया कि पृथ्वी पर लौटने के बाद उन्होंने सबसे पहले क्या किया, तो उन्होंने बताया कि उन्होंने सबसे पहले अपने पति और कुत्तों को गले लगाया। फिर उन्होंने एक ग्रिल्ड चीज सैंडविच खाया, जो उन्हें अपने पिता की याद दिलाता था।
सुनीता की यात्रा और उनके विचार अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की भूमिका को बढ़ावा देते हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग को बढ़ाने में मदद करते हैं।
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