चैत्र नवरात्रि 2025 की शुरुआत 30 मार्च से हो रही है और यह 6 अप्रैल तक चलेगी। इन नौ दिनों में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना के साथ भक्त उपवास रखते हैं और फलाहार का सेवन करते हैं। आमतौर पर व्रत के दौरान कुट्टू के आटे की पकौड़ी बनाई जाती है, लेकिन अगर आप इस बार कुछ नया और चटपटा ट्राई करना चाहते हैं, तो सिंघाड़े के आटे के समोसे आपके लिए बेहतरीन विकल्प हैं। ये समोसे सेहतमंद होने के साथ-साथ स्वाद में भी लाजवाब होते हैं और चाय के साथ इनका मजा दोगुना हो जाता है। तो आइए जानते हैं इस खास रेसिपी को बनाने का तरीका।
सामग्री:
आटा गूंथने के लिए
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1 कप सिंघाड़े का आटा
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¼ कप अरारोट
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¼ कप घी
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2 ½ कप पानी
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1 छोटा चम्मच सेंधा नमक
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तलने के लिए घी
समोसे की भरावन के लिए
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1 कप भीगी और पिसी हुई चिरौंजी
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¾ छोटा चम्मच मिर्च पाउडर
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1 बड़ा चम्मच जीरा
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2 छोटे चम्मच धनिया पाउडर
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2 छोटे चम्मच सेंधा नमक
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½ छोटा चम्मच इलायची पाउडर
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2 बड़े चम्मच घी
सिंघाड़े के आटे के समोसे बनाने की विधि:
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भरावन तैयार करें:
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सबसे पहले चिरौंजी को दो घंटे के लिए पानी में भिगोकर मिक्सी में पीस लें।
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एक पैन में 2 बड़े चम्मच घी गरम करें, उसमें जीरा डालकर तड़का लगाएं।
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अब चिरौंजी और बाकी की सारी मसालेदार सामग्री डालकर धीमी आंच पर भून लें।
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मिश्रण ठंडा होने के लिए अलग रख दें।
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समोसे का आटा गूंथें:
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एक पैन में पानी, घी और सेंधा नमक डालकर उबाल लें।
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जब पानी उबल जाए, तो इसमें सिंघाड़े का आटा और अरारोट डालें और अच्छी तरह मिक्स करें।
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इसे हल्की आंच पर पकाते रहें, जब तक यह मिश्रण गाढ़ा होकर पैन के बीच में इकट्ठा न होने लगे।
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अब इसे आंच से उतार लें और ठंडा होने दें।
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समोसे तैयार करें:
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आटे की छोटी लोइयां बनाकर 1/8 इंच मोटी बेल लें।
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इसे बीच से आधा काट लें और किनारों को हल्का गीला करें।
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अब इसे कोन की तरह मोड़कर तैयार भरावन सामग्री भरें और ऊपर से अच्छी तरह बंद कर दें।
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समोसे को फ्राई करें:
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एक कढ़ाही में घी गरम करें और मध्यम आंच पर समोसों को सुनहरा और क्रिस्पी होने तक तल लें।
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गरमा-गरम समोसे को हरी चटनी या दही के साथ परोसें।
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अब इस नवरात्रि में सिंघाड़े के आटे के समोसे बनाकर उपवास में कुछ नया और स्वादिष्ट ट्राई करें!