
सतीश कौशिक भारतीय सिनेमा के उन कलाकारों में से एक हैं, जिन्होंने हर भूमिका में अपनी अलग छाप छोड़ी। खासकर कॉमेडी किरदारों में उनकी टाइमिंग और अभिनय शैली ने दर्शकों को खूब हंसाया और दिलों में जगह बनाई। यहां हम बात कर रहे हैं उनके कुछ ऐसे किरदारों की, जो आज भी लोगों को याद हैं और मनोरंजन की मिसाल बन चुके हैं।
1. कैलेंडर – मिस्टर इंडिया (1987)
‘मिस्टर इंडिया’ में निभाया गया कैलेंडर का किरदार सतीश कौशिक के करियर का सबसे यादगार रोल बन गया। अनिल कपूर के साथ उन्होंने एक किचन असिस्टेंट की भूमिका निभाई, जो अनाथ बच्चों की देखभाल करता है। उनके मजेदार डायलॉग और स्वाभाविक कॉमिक टाइमिंग ने दर्शकों को खूब हंसाया। यह किरदार सतीश कौशिक की पहचान बन गया और आज भी लोग उन्हें इसी नाम से याद करते हैं।
2. चंदा मामा – मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी (1997)
अक्षय कुमार और जूही चावला की इस कॉमेडी फिल्म में सतीश कौशिक ने चंदा मामा का किरदार निभाया, जो अक्षय को उनके भाग्य और नक्षत्रों के बारे में बताता रहता है। उनकी भोली-भाली बातें और नटखट अंदाज़ ने दर्शकों को खूब गुदगुदाया। यह किरदार इतना लोकप्रिय हुआ कि आज भी लोग इसके संवादों और हरकतों को याद करते हैं।
3. मुथुस्वामी – साजन चले ससुराल (1996)
गोविंदा की सुपरहिट फिल्म में सतीश कौशिक ने एक साउथ इंडियन व्यक्ति मुथुस्वामी का किरदार निभाया। उनके उच्चारण और बोलचाल की शैली ने दर्शकों को लोटपोट कर दिया। फिल्म में उन्होंने जिस अंदाज़ में हंसी का तड़का लगाया, उससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ गई। यह रोल दर्शकों के बीच इतनी गहराई से जुड़ गया कि वह आज भी इसे याद करते हैं।
4. पप्पू पेजर – दीवाना मस्ताना (1997)
इस फिल्म में उनका किरदार पप्पू पेजर बेहद मजेदार और अलग था। अनिल कपूर के साथ उनकी जोड़ी ने फिल्म में कॉमेडी का जबरदस्त रंग जमाया। पप्पू पेजर के स्टाइल और संवाद लोगों को इतने पसंद आए कि वह किरदार लंबे समय तक चर्चा में रहा। सतीश कौशिक और अनिल कपूर की ऑफस्क्रीन दोस्ती ने इस किरदार को और भी खास बना दिया।
5. शराफत अली – बड़े मियां छोटे मियां (1998)
अमिताभ बच्चन और गोविंदा की इस फिल्म में सतीश कौशिक ने शराफत अली नामक एक चालाक लेकिन मनोरंजक किरदार निभाया, जो चोर बाजार में सक्रिय रहता है। उनका मशहूर डायलॉग “कसम उड़ानझल्ले की” आज भी लोगों को याद है। पान खाते हुए उनका रंगीन अंदाज़ और संवाद शैली दर्शकों को खूब हंसाती रही।
6. बाबा बातानंद स्वामी – डबल धमाल (2011)
‘डबल धमाल’ में उन्होंने एक ठग का किरदार निभाया जो पुलिस से बचने के लिए बाबा बातानंद स्वामी का रूप धारण करता है और लोगों को धोखा देता है। सतीश कौशिक ने इस रोल को इतनी सहजता और कॉमिक अंदाज़ में निभाया कि फिल्म में उनके हर दृश्य में हंसी की गूंज सुनाई दी। उनका अभिनय और संवाद बोलने की शैली फिल्म की हास्य ऊर्जा को और मजबूत करती है।
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