
वित्त वर्ष 2025-26 की शुरुआत शेयर बाजार के लिए बेहद निराशाजनक रही। 1 अप्रैल 2025, यानी नए वित्त वर्ष के पहले ही कारोबारी दिन, बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में भारी गिरावट आई, जिससे निवेशकों को एक ही मिनट में करीब 2.39 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
बाजार में अचानक आई गिरावट क्यों?
मंगलवार को बाजार खुलते ही भारी बिकवाली का माहौल बन गया।
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सेंसेक्स 1100 अंकों से ज्यादा गिरकर 72,266 पर पहुंच गया
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निफ्टी 50 में भी 274 अंकों की गिरावट के साथ 23,242 का स्तर देखा गया
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दिन के अंत में सेंसेक्स 1,378 अंकों की गिरावट के साथ 76,036.66 पर बंद हुआ
बाजार की यह गिरावट मुख्य रूप से आईटी और बैंकिंग शेयरों में भारी दबाव के कारण रही।
अमेरिकी टैरिफ नीति से गहराया संकट
2 अप्रैल 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रेसिप्रोकल टैरिफ (जवाबी शुल्क) की घोषणा किए जाने की संभावना है। ट्रंप के इस कदम से भारत सहित दुनिया के कई देशों के साथ व्यापारिक तनाव बढ़ने की आशंका है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि ट्रंप की इस नीति से
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भारत का निर्यात प्रभावित हो सकता है
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कुछ प्रमुख उद्योगों को झटका लग सकता है
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शेयर बाजार में अस्थिरता और बढ़ सकती है
भारत के लिए अमेरिका दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, और ऐसे में यह फैसला भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
ट्रंप की नीतियां: क्या होगा असर?
डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही स्टील, एल्युमिनियम और ऑटोमोबाइल सेक्टर पर टैरिफ लगा दिए हैं। अब उन्होंने यह साफ कर दिया है कि
“जो देश अमेरिका से जितना टैक्स वसूलता है, अमेरिका भी अब उतना ही टैक्स वसूलेगा।”
इस नीति का असर भारत के
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मैन्युफैक्चरिंग
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इलेक्ट्रॉनिक्स
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ऑटोमोबाइल
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फार्मा और टेक सेक्टर पर पड़ सकता है।
सरकार इस असर को कम करने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन बाजार में डर और अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
किन शेयरों पर दिखा असर?
बिकवाली का सबसे ज्यादा असर आईटी शेयरों पर देखने को मिला।
इन सेक्टर्स में गिरावट दर्ज की गई:
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फाइनेंशियल
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फार्मा
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एफएमसीजी
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मेटल
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रियल एस्टेट
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प्राइवेट बैंक
हरे निशान में रहने वाले सेक्टर्स:
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ऑटो
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पीएसयू बैंक
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एनर्जी
Top Gainers:
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इंडसइंड बैंक
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महिंद्रा एंड महिंद्रा
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भारती एयरटेल
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पावर ग्रिड
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एनटीपीसी
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अदाणी पोर्ट्स
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नेस्ले
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टाटा मोटर्स
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एसबीआई
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आईटीसी
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अल्ट्राटेक सीमेंट
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एचयूएल
Top Losers:
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इन्फोसिस
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टीसीएस
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बजाज फाइनेंस
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एचडीएफसी बैंक
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बजाज फिनसर्व
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सन फार्मा
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एचसीएल टेक
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कोटक महिंद्रा बैंक
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