
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ की धमकियों के बीच भारत को भी इस संकट से बाहर नहीं रखा गया, लेकिन जब तीन दिन की छुट्टी के बाद भारतीय शेयर बाजार खुला, तो उसमें नई ऊर्जा देखने को मिली। सेंसेक्स ने बाजार खुलते ही 1694 अंकों की तेजी हासिल की। प्री-ओपन मार्केट में ही सेंसेक्स 684 अंकों की उछाल दिखा रहा था। जैसे ही बाजार खुला, सेंसेक्स ने 1694 अंकों की उछाल के साथ शुरुआत की।
बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 6.44 लाख करोड़ बढ़ा
मंगलवार को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 6.44 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया। शेयर बाजार खुलने के साथ ही निवेशकों की दौलत में 6.44 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हो गई। 11 अप्रैल को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 3,93,82,333.22 करोड़ रुपये था, जो 15 अप्रैल को बाजार खुलने के बाद बढ़कर 4,07,99,635.75 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
शेयर बाजार का जबरदस्त कमबैक
टैरिफ की चिंताओं के बावजूद, 15 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार ने शानदार वापसी की। सुबह 9:26 बजे, सेंसेक्स ने +1574.33 अंकों की तेजी के साथ 76,731.59 अंक पर पहुंचकर बाजार में सकारात्मक माहौल बनाया। बीएसई पर लिस्टेड सभी 30 शेयर हरे निशान के साथ खुले। टाटा मोटर्स के शेयरों में 5 फीसदी से अधिक का उछाल देखने को मिला, जो अब तक संघर्ष कर रहे थे। इसके अलावा, महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर में 3.63 फीसदी की वृद्धि, HDFC बैंक के शेयर में 3.16 फीसदी, एलएंडटी में 3.10 फीसदी, अडानी पोर्ट्स में 2.44 फीसदी और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में 2.42 फीसदी की उछाल देखने को मिली।
बाजार में तेजी क्यों आई?
डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से टैरिफ पर नरमी की घोषणा ने भारतीय बाजार को मजबूती दी। ग्लोबल मार्केट के साथ-साथ गिफ्ट निफ्टी और निफ्टी फ्यूचर्स में भी 382 अंकों का उछाल देखने को मिला। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध में नरमी आई, क्योंकि अमेरिका ने चीन से आने वाले स्मार्टफोन, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक सामान पर टैरिफ में छूट का निर्णय लिया, जिसका सकारात्मक प्रभाव टेक कंपनियों के शेयरों पर पड़ा। इसके अलावा, ऑटो टैरिफ पर ट्रंप की नरमी से ऑटो शेयर को भी समर्थन मिला।
इस प्रकार, अमेरिकी प्रशासन की नरमी और वैश्विक बाजारों की स्थिति ने भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल को जन्म दिया, जिससे निवेशकों को लाभ हुआ और बाजार ने मजबूती के साथ वापसी की।
सोने की रिकॉर्ड तेजी आखिरकार थम गई, हालांकि चांदी धीमी गति से आगे बढ़ रही