
शनि ग्रह का नाम सुनते ही अधिकतर लोगों के मन में भय की भावना आ जाती है। इसका कारण यह है कि जब शनि किसी व्यक्ति को दंड देने पर उतरते हैं, तो जीवन में भारी कठिनाइयां ला सकते हैं। वहीं, जब शनि की कृपा होती है, तो साधारण व्यक्ति भी राजसुख भोग सकता है। यही वजह है कि ज्योतिष में शनि को एक अत्यंत महत्वपूर्ण और निर्णायक ग्रह माना गया है।
शनि एकमात्र ऐसे ग्रह हैं जिनकी साढ़ेसाती और ढैय्या जैसी विशेष दशाएं होती हैं, जिनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा पड़ता है। जब किसी व्यक्ति पर शनि की महादशा, साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही होती है, तब शनि उस व्यक्ति के कर्मों पर विशेष दृष्टि रखते हैं।
शनि की नजर रहेगी अगले ढाई साल तक
29 मार्च 2025 को शनि ने मीन राशि में गोचर किया है और अब वे जून 2027 तक इसी राशि में रहेंगे। इस गोचर के चलते मेष, कुंभ और मीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। वहीं सिंह और धनु राशियों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है। इन पांच राशियों के जातकों को आने वाले ढाई वर्षों तक विशेष सावधानी बरतनी होगी।
शनि देते हैं कर्मों के अनुसार फल
साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान शनि बहुत सख्ती से व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं। यदि कोई गलत कार्य करता है, जैसे किसी का अपमान करना, झूठ बोलना, धोखा देना या छल-कपट से धन प्राप्त करना, तो शनि उसे कठोर दंड देते हैं। विशेष रूप से महिलाओं, बुजुर्गों और असहायों का अपमान करने वालों के प्रति शनि अत्यंत कठोर हो जाते हैं।
इस दौरान अनैतिक कार्य करना, देवी-देवताओं का अपमान करना या दूसरों के साथ अन्याय करना भी भारी पड़ सकता है। ऐसे लोग जीवन में मानसिक, आर्थिक और सामाजिक कष्ट झेलते हैं।
सतर्क रहें, नियमों का पालन करें
शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या के प्रभाव में रहते हुए किसी भी प्रकार का लापरवाही भरा व्यवहार नुकसानदेह हो सकता है। जैसे ट्रैफिक नियम तोड़ना, जोखिम भरा निवेश करना या वाहन चलाते समय लापरवाही बरतना दुर्घटना का कारण बन सकता है। इस समय छोटे से नियम की अनदेखी भी बड़ा नुकसान कर सकती है।
क्या करें इस दौरान
- अपने व्यवहार में विनम्रता रखें
- बुजुर्गों और असहायों की मदद करें
- किसी के साथ छल या धोखा न करें
- नियमों का पालन करें
- संयम और धैर्य के साथ अपने कर्म करें
यदि आप इन बातों का ध्यान रखते हैं, तो शनि की दशा में भी आप सफलता और सुरक्षा का अनुभव कर सकते हैं।
दुनियाभर के शेयर बाजारों में उछाल, ट्रंप के टैरिफ फैसले का दिखा असर