व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार फल देने वाले शनि समय-समय पर अपनी राशि और नक्षत्र बदलते रहते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह ज्ञात है कि राशियाँ और नक्षत्र सबसे धीमी गति से बदलते हैं। 29 मार्च को शनि कुंभ राशि को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश कर गया। अब अप्रैल के अंतिम दिनों में कर्मफलदाता शनि अपना नक्षत्र बदलेंगे। द्रुक पंचांग के अनुसार न्यायाधीश शनि अपने ही नक्षत्र में भ्रमण करेंगे। 28 अप्रैल को सुबह 7:52 बजे शनि उत्तरभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेगा। जानिए किन राशियों के लिए शुरू हो रहा है स्वर्ण युग
मिथुन राशि
शनि का नक्षत्र परिवर्तन मिथुन राशि वालों के लिए लाभकारी रहेगा। आपकी इच्छित इच्छा पूरी होगी। आपको अपने साथी से सहयोग मिल सकता है। आप निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। आप व्यावसायिक उद्देश्य से विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। आपको अपने बच्चों से अच्छी ख़बर सुनने को मिलेगी। आपको रिश्तेदारों से सहयोग मिलेगा। आप पुराने दोस्तों से मिल सकते हैं।
कैंसर
कर्क राशि के जातकों के लिए यह गोचर आर्थिक दृष्टि से शुभ रहेगा। शनि के उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत मिल रहे हैं। जो लोग लंबे समय से आर्थिक दबाव में हैं या जिनका पैसा कहीं फंसा हुआ था, उन्हें राहत मिलेगी। इससे वेतन वृद्धि, पदोन्नति या अतिरिक्त आय का स्रोत मिल सकता है।
मकर
शनि का उत्तराभाद्रपद नक्षत्र से गोचर मकर राशि के लिए लाभकारी रहेगा। पेशेवर लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा। आप नया व्यवसाय शुरू करने पर विचार कर सकते हैं। आप किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। आपको कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। मान-सम्मान में वृद्धि हो सकती है। लंबित कार्य सफलतापूर्वक पूरे होंगे। मकर राशि वालों के लिए यह समय उनकी मेहनत का फल पाने का है। शनि आपकी राशि के स्वामी हैं और अब तीसरे भाव में विराजमान होकर आपकी मेहनत, प्रयास और योजनाओं को सफल बनाएंगे।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए समय अच्छा रहेगा। उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में शनि का गोचर बहुत शुभ रहेगा। बिगड़े हुए काम बन सकते हैं। वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकता है। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। परिवार के सदस्यों के साथ रिश्ते बेहतर होंगे। आत्मविश्वास बढेगा. नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति मिल सकती है। कारोबार विस्तार की योजना फलदायी होगी।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए यह परिवर्तन जीवन का एक गंभीर लेकिन प्रगतिशील चरण होगा। शनि इसी राशि में स्थित है, इसलिए शनि के नक्षत्र परिवर्तन का सबसे अधिक प्रभाव मीन राशि पर ही देखने को मिलेगा।