शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या: इन 5 राशियों को रहना होगा सतर्क, जानिए प्रभाव और उपाय

शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या: इन 5 राशियों को रहना होगा सतर्क, जानिए प्रभाव और उपाय
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या: इन 5 राशियों को रहना होगा सतर्क, जानिए प्रभाव और उपाय

शनि के गोचर का प्रभाव जब भी पड़ता है, तो कुछ राशियों को इसका विशेष प्रभाव झेलना पड़ता है। इस बार शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का असर पांच राशियों पर होगा। इनमें मेष, कुंभ और मीन पर साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा, जबकि सिंह और धनु पर शनि की ढैय्या का असर देखा जाएगा।

इन राशियों के जातकों को वर्ष 2025 में विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। आइए जानें कि इन राशियों पर शनि का क्या प्रभाव पड़ेगा और क्या उपाय किए जा सकते हैं।

मेष राशि

  • स्थिति: साढ़ेसाती का पहला चरण
  • संभावित प्रभाव: मानसिक तनाव, आर्थिक कठिनाइयाँ, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ, मान-सम्मान में कमी
  • सावधानी: प्रॉपर्टी विवादों से दूर रहें, खानपान का ध्यान रखें, धैर्य बनाए रखें

सिंह राशि

  • स्थिति: शनि की ढैय्या शुरू
  • संभावित प्रभाव: स्वास्थ्य समस्याएं, धन हानि, सम्मान में गिरावट, घरेलू कलह
  • सावधानी: किसी की संपत्ति अपने पास न रखें, शेयर बाजार में अधिक जोखिम न लें, निर्णय सोच-समझकर लें

धनु राशि

  • स्थिति: शनि की ढैय्या
  • संभावित प्रभाव: करियर में रुकावटें, मेहनत का अपेक्षित फल न मिलना, आर्थिक अस्थिरता
  • सावधानी: मन को संयमित रखें, नकारात्मक सोच से दूर रहें, खर्चों पर नियंत्रण रखें

कुंभ राशि

  • स्थिति: साढ़ेसाती का तीसरा चरण
  • संभावित प्रभाव: व्यापार में नुकसान, आर्थिक तंगी, कार्यस्थल पर समस्याएं, मान-सम्मान में गिरावट
  • सावधानी: सभी निर्णय सोच-समझकर लें, नई शुरुआत में सतर्कता बरतें, स्वास्थ्य की अनदेखी न करें

मीन राशि

  • स्थिति: साढ़ेसाती का दूसरा चरण
  • संभावित प्रभाव: स्वास्थ्य गिरावट, आर्थिक स्थिति कमजोर, करियर में अस्थिरता
  • सावधानी: धन संचय पर ध्यान दें, कार्यस्थल की राजनीति से बचें, किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें

शनि के प्रभाव को कम करने के उपाय

इन राशियों के जातकों को शनि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय करने चाहिए:

  1. शनिवार को सरसों के तेल का दान:
    एक कटोरे में सरसों का तेल लें, उसमें अपना चेहरा देखें और फिर उसे किसी मंदिर में दान करें।
  2. हनुमान जी की पूजा:
    शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करें।
  3. पीपल के पेड़ की पूजा:
    शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं और परिक्रमा करें।

इन उपायों से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

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