शनि अमावस्या 29 मार्च 2025: पितृ तर्पण और शुभ-अशुभ योग के साथ सूर्यग्रहण, जानिए आज का पंचांग

शनि अमावस्या 29 मार्च 2025: पितृ तर्पण और शुभ-अशुभ योग के साथ सूर्यग्रहण, जानिए आज का पंचांग
शनि अमावस्या 29 मार्च 2025: पितृ तर्पण और शुभ-अशुभ योग के साथ सूर्यग्रहण, जानिए आज का पंचांग

आज का दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या और शनिवार का संयोग बन रहा है, जिसे शनि अमावस्या कहा जाता है। हिंदू धर्म में यह तिथि पितरों की शांति और तर्पण के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। साथ ही आज के दिन कुछ विशेष ग्रह-नक्षत्रों का संयोग और एक खगोलीय घटना – सूर्यग्रहण – भी बन रहा है, जो दिन को और अधिक महत्व प्रदान करता है।

 आज का पंचांग – 29 मार्च 2025 (Aaj ka Panchang)

  • वार: शनिवार
  • तिथि: अमावस्या (चैत्र कृष्ण पक्ष)
  • ऋतु: वसंत

 सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

  • सूर्योदय: सुबह 06:15 बजे
  • सूर्यास्त: शाम 06:37 बजे
  • चंद्रोदय: नहीं
  • चंद्रास्त: शाम 06:40 बजे

 शनि अमावस्या का महत्व

शनि अमावस्या को विशेष रूप से पितृ तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान के लिए शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए गए कर्म पूर्वजों को शांति प्रदान करते हैं और उनके आशीर्वाद से परिवार में सुख-समृद्धि आती है। जिन लोगों की कुंडली में शनि दोष या पितृ दोष होता है, वे इस दिन विशेष पूजा कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

 सूर्यग्रहण 29 मार्च 2025

  • ग्रहण की शुरुआत: दोपहर 02:20 बजे
  • ग्रहण का समापन: शाम 06:16 बजे
  • भारत में मान्य: नहीं

हालांकि यह सूर्यग्रहण भारत में मान्य नहीं होगा, फिर भी धार्मिक दृष्टिकोण से ग्रहण काल में शुभ कार्यों से परहेज करना चाहिए। सूर्यग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं और पूजा-पाठ स्थगित कर दिया जाता है।

 आज के शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat Today)

मुहूर्त समय
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:42 से 05:28 तक
विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 से 03:19 तक
गोधूलि मुहूर्त शाम 06:36 से 06:59 तक
निशिता मुहूर्त रात्रि 12:02 से 12:49 तक

 अशुभ समय (Ashubh Samay)

  • राहुकाल: सुबह 09:30 से 10:53 तक
  • गुलिक काल: सुबह 06:15 से 07:47 तक
  • दिशा शूल: पूर्व दिशा (इस ओर यात्रा टालना बेहतर)

 नक्षत्र और चंद्रबल

  • उत्तम नक्षत्र: अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, उत्तराभाद्रपद, रेवती
  • उत्तम चंद्रबल राशियां: वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन

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