विदेश में देश चला रहे हैं ये भारतीय शख्स, जानिए नाम

अमेरिका से लेकर रूस, ब्रिटेन और कई अन्य देशों में भारतीय मूल के नेता ऊंचे पदों पर हैं। फिलहाल हम आपको जिन देशों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, वहां भारतीय मूल के ये नेता राजनीति के शिखर पर बैठकर देश चला रहे हैं। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से लेकर ब्रिटिश पीएम सुनक तक भारतीय मूल की प्रतिभा चमकी. वहीं, भारतीय मूल के कई नेता भी अगले अमेरिकी राष्ट्रपति की दौड़ में शामिल हैं। एशिया से लेकर अमेरिका तक दुनिया भारतीय नेताओं की काबिलियत की तारीफ कर रही है. ऐसे में आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ अन्य नेताओं के बारे में जिनकी रगों में भारतीय खून है।

इन बड़े नामों के अलावा, सेशेल्स के राष्ट्रपति वेवेल रामकलावन भारत के बिहार से हैं। वह एक पुजारी रहे हैं. उनके दादा गोपालगंज में रहते थे. वहीं पुर्तगाली प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा के दादा लुइस अफोंसो मारिया डी कोस्टा भारत में गोवा के रहने वाले थे। उनके रिश्तेदार अभी भी गोवा में मडगांव के पास अबेद फारिया में रहते हैं। कोस्टा के पास भारत का ओसीआई कार्ड यानी ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया कार्ड है। जो 2017 में पीएम मोदी ने उन्हें गिफ्ट किया था।’

पीएम ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को यूके के साउथैम्पटन में हुआ था। उनके पिता एक डॉक्टर थे और माँ एक क्लिनिक चलाती थीं। उनके दादा-दादी का जन्म पंजाब प्रांत (ब्रिटिश भारत) में हुआ था। ऋषि तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। वे हिंदू धर्म की परंपराओं का पालन करते हैं।

मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रुप्पेन भारतीय मूल के हैं। उनके मुताबिक बिहार और उत्तर प्रदेश का मॉरीशस से बहुत पुराना और खून का रिश्ता है. उनके पूर्वज गुयाना से थे। वह जब भी भारत आते हैं तो मंदिरों के दर्शन करते हैं।

सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा याकूब ने दुनिया के सबसे प्रभावशाली मुसलमानों की शीर्ष 50 सूची में जगह बनाई है। उनके पिता भारतीय मूल के थे। उन्होंने महिलाओं की मुक्ति और देश के सुधार से जुड़े कई काम किये हैं।

सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विदेश में रहकर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। ये भी भारतीय मूल के हैं. वह 2022 में सूरीनाम के राष्ट्रपति चुने गए हैं।

गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली भी भारतीय मूल के हैं। उन्होंने 2020 में राष्ट्रपति पद जीता।